क्रोध – वैसे तो कभी भी आ सकता है आता ही है पर वर्षा के…
Category: कुछ नया
हास्य कविताएँ ; नशाबन्दी
नशाबन्दी की जब से सरकार ने की घोषणा। प्यालों की खनखन मधुशालों में लुप्त हुई। पीते…
कविता ; जाएं तो जाएं कहाँ
अब तो कॉम्पीटिशन कोई ऐसा चलाया जाए , जिसमें प्रतियोगी को प्रतियोगी बनाया जाए। जिसकी…