kavita ; अंजुली में भर लो।

अंजुली में भर लो , उलीचो मत लाज से सिकुड़ती इस जाड़े की धूप को  चादर…

अफवाह

  बीमार मै पड़ा हवा में बात यूँ उड़ी इस सख्स का दुनियाँ से जनाजा निकल…

सच ही तो कहा उसने

  सच ही तो कहा उसने तुम प्यार करना नहीं जानते। भला ऐसे भी कोई प्यार…

सकारात्मक ही क्यों सोचें ?

  हमेशा इस बात का यकीन रखिए कि जो आने वाला है वो बीते कल से…

मुझे मोहब्बत है —— उनसे उस शख्स को मोहब्बत नहीं है मुझसे

  मुझे मोहब्बत है उनसे उस शख्स को मोहब्बत नहीं है मुझसे तो मैं क्या करूं…

दिल की कविता ; टूटते दिल और तन्हाई की —– ये तो याद है

टूटते दिल और तन्हाई की ये तो याद है। गीत भी लिक्खे बहुत से पर ग़ज़ल…

एक गज़ल की कोशिश

      इस तरह उनके हवाले हो गये थे के नज़र तक पै भी जाले…

धोखा

    देख सिंदूरी क्षितिज सोचा उषा को ओढ़ लूँ रंग ने धोखा दिया वह शाम…

तेरी हँसी में कुछ ऐसा जादू है, —– कि उदासी भी मुस्कुराने लगती है।

    मीमांसा डेस्क। तेरी हँसी में कुछ ऐसा जादू है, कि उदासी भी मुस्कुराने लगती…

ग़ज़ल

  रूह का वो साथ बतलाने लगा था। और यक़ी उस पर हमें होने लगा था।…