मुझे मोहब्बत है —— उनसे उस शख्स को मोहब्बत नहीं है मुझसे

 

मुझे मोहब्बत है उनसे
उस शख्स को मोहब्बत नहीं है मुझसे
तो मैं क्या करूं ?

यही मेरे मन में बार – बार ख्याल आता है ,
उसके साथ मैंने – कभी भी अपनी मोहब्बत का इज़हार नहीं किया।

मुझे फिर भी उनसे मोहब्बत है इसके बारे मैं क्या कहूँ ?
गैरों के साथ – मिलकर जब वह खुश होते है ,

मेरे दिल को छोड़कर मुझसे दूर होते है।
उन्हें मैं दूसरों के साथ खुश ना देखूं तो क्या करूं ?

वह हमारे जख्मों पर नमक छिड़क कर हमसे दूर होते है ?
फिर भी उनसे मोहब्बत ना करूं तो मैं क्या करूं ?

उपर्युक्त पक्तियां प्रकाश गुप्ता द्वारा लिखी गई है।