उसको कामयाब बनाने की ख्वाहिश अधूरी थी मेरी

उसको कामयाब बनाने की ख्वाहिश अधूरी थी मेरी मेरी वह अधूरी इच्छा पूरी हुई । जब…

बेल पत्र प्रिय

मीमांसा डेस्क। बेल [बिल्व] के पत्ते शिवजी को अत्यंत प्रिय हैं। शिवपुराण में एक शिकारी की…

बस इतना हो , अच्छा हो

बस इतना हो , अच्छा हो उसको लिखना , उसको पढ़ना , उसमे होना , जी…

जीवन के रंग अलसाए हैं

तुम्हारे साथ न होने से समंदर के गहराई जैसा दर्द का एहसास सचमुच मेरा जीवन कितना…

बाबुल का प्यार

जब एक लड़की ब्याह कर दूसरे घर की बहू और किसी की जीवनसंगिनी बनती है सब…

मेरे हिस्से की धूप

कभी – कभी सोचता हूँ क्यों किसी के हिस्से की घूप किसी और के आंगन में…

सत्य को स्वीकार शायद

आज फिर से आजकल की, बातें याद आने लगी। आज फिर बातें वही , रह –…

जाने कैसे भूल गये तुम

  जाने कैसे भूल गये तुम , वो झूटी – सच्ची बातें ? जाने कैसे छूटी…

चुप रहना सीख लिया

अब मेरे दिल ने भी चुप रहना सीख लिया बिन बोले ही इसने सब कुछ कहना…

नवजीवन मिल जाए

अधरों का चुंबन मिल जाए मुझको नवजीवन मिल जाए। अंतर्मन के इन भावों को तेरा अभिनंदन…