चिन्मय दत्ता, चाईबासा, झारखंड
बहन जी हो या कुमारी मायावती चाहे आयरन लेडी मायावती हमारा नजरिया बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष ‘मायावती प्रभु दास’ पर केन्द्रित हो जाता है। इस भारतीय राजनेत्री का जन्म 15 जनवरी 1956 को नई दिल्ली स्थित श्रीमती सुचेता कृपलानी अस्पताल में हुआ था। इनके पिता प्रभु दास, गौतम बुद्ध नगर में एक डाक कर्मचारी थे और माँ राम रति एक गृहणी। इन्होंने दिल्ली स्थित कालिंदी कॉलेज से बी.ए. करने के बाद 1976 में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित वी.एम.एल.जी. कॉलेज से बी.एड. की डिग्री प्राप्त किया और फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी से एल.बी.बी. की शिक्षा पूरी की।
1984 में जब ये शिक्षिका के रूप में कार्यरत थी तब इनका परिचय कांशीराम से हुआ, जिन्होंने एक नव शास्त्रीय दल का गठन किया जिसका नाम ‘बहुजन समाज पार्टी’ था। फिर मायावती ने शिक्षिका के कार्य को त्याग कर स्वयं को पार्टी में समर्पित कर दिया और परियोजनाओं और सामाजिक कार्यों में जुड़ती चली गई। 15 दिसम्बर 2001 को लखनऊ में काशीराम ने इनको बसपा की उत्तराधिकारी घोषित करने के बाद 18 सितम्बर 2003 को बसपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया और 2003 में ही इन्हें पोलियो उन्मूलन के लिये जिम्मेदार के रूप में सबसे पहले यूनिसेफ वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन और सचिन इंटरनेशनल द्वारा ‘पॉल हैरिस फेलो अवार्ड’ से विभूषित किया गया।
इन पर कई पुस्तकें लिखी गई हैं जिनमें पत्रकार मोहम्मद जमील द्वारा लिखित ‘आयरन लेडी कुमारी मायावती’ के साथ वरिष्ठ पत्रकार अजय बोस ने लिखा है ‘बहन जी : अ पॉलिटिक बायोग्राफी ऑफ मायावती’ के अतिरिक्त स्वयं इनके द्वारा लिखित ‘मेरा संघर्षमयी जीवन’ और ‘बहुजन आंदोलन का सफरनामा’ प्रमुख है।
आयरन लेडी मायावती के जन्म दिवस पर पाठक मंच के कार्यक्रम, इन्द्रधनुष की 760वीं कड़ी में मंच की सचिव शिवानी दत्ता की अध्यक्षता में यह जानकारी दी गई।