भीषण बाढ़ विभीषिका…!

लाखों परिवार अपने ही घरों में कैद, भीषण बाढ़ विभीषिका झेलते खेद।        …

भगवान गणेश ; भगवान गणेश को क्यों प्रिय है लड्डू

    पूजा पपनेजा। भगवान गणेश को ‘विघ्नहर्ता’ और ‘सिद्धिविनायक’ कहा जाता है, और उनकी पूजा…

सामयिकी कविताएँ ; गोबर

हमारी कर्मस्थली में एक मुख्य स्थान पर गोबर का एक बड़ा ढेर है तकरीबन सभी उसे…

साहित्यक रचनाएँ ;सत्य से निवेदन

    सत्य। तुम एतिहासिक हो। हम तुम्हें अच्छी तरह जानते हैं। मंसूर के हाथ कटने…

गजल ; ये यादें

    भरती कभी नागिन सी हैं फुफकार ये यादें दीमक सी चाटती कभी – कभार…

कविता ; बिन बुलाये मेहमान

  बिन बुलाये मेहमानों की हम बताएं दास्तां , जाने कहाँ से दिख गया मेरे घर…

साहित्यिक व्यंग्य ; क्लास बी अधिकारी

सिर बुद्धिमान है। पैर बलवान है। और पापी पेट बेईमान है। सारी विपदायें पेट पर आती…

साहित्यिक व्यंग्य ; प्रश्नोतर

  एक बार भारत की धरती के सभी जानवरों ने किए कुछ विचार। एकाएक पहुँच गए…

गजल ; हाँ अफसर वो आला है

  सुने बिल्कुल नहीं जो खोल रक्खे मुँह का ताला है। प्रशासक है बड़ा बेजोड़ हाँ…

कविता ; खुशी का रहस्य

आज जोरों की आँधी आई। फिर हुई बारिश। नवजात शीतलता ने खोली आँखें। लोगों को चैन…