कविता ; कड़े इम्तेहान

 

 

खत्म हो गया मस्ती का टाईम , और आ गये इम्तेहान ।
करें पढ़ाई या देखें वर्लड कप , इस दुविधा में लड़के परेशान।

मिस करदे चौके छक्के , या बन जाए बेईमान।
कहीं हो गये फेल तो — घरवाले ले लेंगे जान।

अगर नहीं कर पाए कहीं —  एग्जाम  में टॉप।
तो होगा ऐसा हाल जैसे बेस्ट बैट्समैन फ्लॉप।

मेरे ख्याल से फिलहाल —– पढ़ाई जरूरी है।
यही एक रास्ता और यही मजबूरी है।

वैसे भी वर्लड कप के बाद होगा पेप्सी आईपीएल।
खेलेंगे जिसमें गेल , एबीडी और ग्लेन मैक्सवेल।

वो जब मारेंगे 100 से ऊपर मीटर के छक्के ।
महान से महान लीजेंड भी हो जाएं हक्के – बक्के।

 

उपयुक्त कविता की पक्तियां तनिष्क – राजमणि द्वारा लिखी गई है।

https://youtube.com/@vikalpmimansa