नई दिल्ली, 7 मार्च।
‘जन औषधि दिवस’ के उपलक्ष्य में वर्चुअल संबोधन का आयोजन आज गोविंदपुरी में किया गया जिसमें वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पीएम नरेन्द्र मोदी ने जन औषधि केंद्र के मालिकों और योजना के लाभार्थियों के साथ बातचीत की। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता, नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी एवं सांसद रमेश बिधूड़ी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
इस दिवस विशेष पर केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि आज जन औषधि योजना महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधित सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। यह योजना भारत में एक मौन क्रांति के रुप में हमारे सामने आया है। उन्होंने कहा कि आज कई युवाओं को इस जन औषधि योजना के तहत रोजगार भी मिला है। इस योजना माध्यम से कोई भी जिसके पास मेडिकल स्टोर खोलने का सर्टिफिकेट हो, एक सिंगल पेज फॉर्म भरने मात्र से वह जन औषधि केंद्र खोल सकता है क्योंकि इसकी प्रक्रिया बहुत ही आसान है। जन औषधि परियोजना आम जन को सस्ती एवं उत्तम दवाईयां उपलब्ध करवा रही हैं।
प्रधानमंत्री जन औषधि योजना गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवारों का साथी बन चुका है।
मनसुख मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री जन औषधि योजना गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवारों का साथी बन चुका है क्योंकि कम दामों में उन्हें जेनरिक दवाएं उपलब्ध हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि जन औषधि जन उपयोगी साबित हुआ है।
वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार देश भर में 8664 से अधिक जन औषधि केंद्रों के माध्यम से जनता को सस्ती व गुणवत्तापूर्ण 1400 से अधिक दवाएं उपलब्ध करा रही है जिससे पिछले सात सालों में जरुरतमंदों के लगभग 13000 करोड़ रुपये की बचत हुई है।
आदेश गुप्ता ने कहा कि ‘टेलीमेडिसिन’ भारत में एक क्रांति लेकर आया है जिससे दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोगों को भी बेहतर चिकित्सा परामर्श एवं विशेषज्ञों से किसी भी बीमारी के बारे में जानकारी मिल रही है। जो लोग बीमारी का इलाज कराने के लिए शहरों का रुख लेते थे आज उन्हें टेलीमेडिसिन के माध्यम से पैसा और आने-जाने का खर्च दोनों की बचत हो रही है।
गौरतलब है कि जन औषधि परियोजना के फायदे के बारे में आम जनता को जागरूक करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर साल 7 मार्च को जन औषधि दिवस मनाने की घोषणा की। इस वर्ष भी 1 मार्च से लेकर 7 मार्च तक जन औषधि समारोह का आयोजन किया गया।
गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए पदयात्राएं आयोजित की गई हैं। ये दवाएं 8,600 से अधिक प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रों के जरिये सस्ती दाम पर आसानी से उपलब्ध हैं। अपने-अपने क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों तक इस योजना का संदेश और लाभ पहुंचाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के तमाम जन प्रतिनिधियों ने इन पदयात्राओं में भाग लिया ताकि नागरिकों को इस नेक मिशन का अधिक से अधिक लाभ मिल सके।