चिन्मय दत्ता,
आज ही के दिन 6 मार्च 1948 को मुंबई में पैदा हुए फिल्म निर्माता व निर्देशक “राज एन. सिप्पी को राज सिप्पी के नाम से भी जाना जाता है। इनके पिता एन. सी. सिप्पी भी फिल्म निर्माता और निर्देशक थे। दरअसल, अमिताभ बच्चन की फिल्में आनंद, नमक हराम, चुपके चुपके, सत्ते पे सत्ता की शूटिंग एन. सी. सिप्पी के घर पर ही हुई थी। भारतीय फिल्म निर्देशक और निर्माता के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले राज सिप्पी ने कुछ फिल्मों की पटकथा भी लिखी है। इन्होंने 1978 में फिल्म ‘इंकार’ से निर्देशन की शुरुआत की।
1982 में आई अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘सत्ते पर सत्ता’ इनकी सुपर हिट फिल्म रही है। इसकी कहानी 1954 की फिल्म ‘सेवन ब्राइडस फॉर सेवन ब्रदर्स’ और 1957 की फिल्म ‘कितना बदल गया इंसान’ पर आधारित रही। फिल्म में कई कलाकार शामिल रहे, जिनमें मुख्य रूप में अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, अमजद खान हैं। 1984 में मिथुन चक्रवर्ती की दो फिल्में ‘बॉक्सर’ और ‘बाजी’ आई, ‘बाजी’ में मिथुन का प्रसिद्ध संवाद है…कोई शक?
इसके साथ ही राज सिप्पी के निर्देशन में बनी विनोद खन्ना की फिल्म 1987 में ‘सत्यमेव जयते’, 1989 में ‘महादेव’ प्रमुख रही। इन्होंने 1990 में संजय दत्त और जीतेंद्र अभिनीत फिल्म ‘थानेदार’ का सफल निर्देशन किया। यह 1990 की सबसे ज्यादा कमाई वाली फिल्मों में से एक है। यह फिल्म अपने गीत ‘टम्मा टम्मा लोगे…’ के लिए प्रख्यात है। इस गाने को 2017 की फिल्म ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ में पुनः निर्मित किया गया, जो काफी सफल रहा। फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने एक्टर के रूप में सफलता के कई पायदान चढ़े हैं, लेकिन 1991 में अक्षय कुमार की पहली फिल्म ‘सौगंध’ राज सिप्पी ने ही बनाई।”
उपरोक्त जानकारी नेशनल बुक ट्रस्ट,इंडिया से सम्मानित गैर सरकारी संस्था दर्शन मेला म्यूजियम डेवलपमेंट सोसायटी की प्रमुख उपलब्धि पाठक मंच के साप्ताहिक कार्यक्रम इन्द्रधनुष की 716वीं कड़ी में मंच की सचिव शिवानी दत्ता की अध्यक्षता में दी गई।