पूजा पपनेजा।
दिल्ली के टैगोर गार्डन वुडलैंड पार्क मे पशुक्रूरता निवारण सोसाइटी के द्वारा रेबीज़ बीमारी के विरुद्ध एक कैम्प का आयोजन किया गया, जिसमें वहाँ के लोगों को रेबीज बीमारी के संबंध में जागरूक किया गया।
इस दौरान, पशु क्रूरता निवारण सोसाईटी(दिल्ली सरकार) द्वारा गली के पालतू कुत्तों, बिल्लियों, और छोटे जानवरों को रेबीज बीमारी का मुफ्त टीकाकरण और प्राथमिक इलाज किया गया।
यही नहीं जागरूकता अभियान के बीच लोगों ने अपने पालतू कुत्ते, बिल्लियों को भी टीके लगवाये। इस अभियान से जुड़े योगेंद्र कुमार (पुलिस अधिकारी) ने बताया कि रेबीज बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए वह ऐसे कार्यक्रम हर साल करते है ताक़ि लोगो मे जागरूकता फैले क्योकि आवारा पशुओ के काटने का खतरा सबसे अधिक रहता है। इसलिए ऐसे मे ज़रूरी है कि आप अपने पशुओ को टीकाकरण कराए ताकि आप रेबीज जैसी बीमारी से बच सकें।
रेबीज बीमारी क्यों होती है ?
अगर किसी व्यक्ति को कुत्ते, बिल्ली या बंदर जैसे जानवर काटते हैं, तो उसे रेबीज बीमारी होने का खतरा सबसे अधिक रहता है जिसकी वजह से व्यक्ति के शरीर मे इंफेक्शन जल्दी फैलता है।
रेबीज बीमारी के बारे मे विशेषज्ञो की सलाह के अनुसार कुछ महत्वपूर्ण बातें है, जिनपर ध्यान देना चाहिये-
- सबसे पहले अपने घाव को साबुन और गर्म पानी से साफ करें।
- इसके बाद अगर ब्लीडिंग हो रही है तो साफ पट्टी बांधें।
- घाव पर सिर्फ एंटीबायोटिक क्रीम का इस्तेमाल करें।
- इसके बाद तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।