सुकांति साहू।
पश्चिमी सिंहभूम जिला तहत चक्रधरपुर रेलवे ऑफिसर क्लब के सभागार में 18 जनवरी को अति गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए “शिशु शक्ति” संवर्धित टी.एच.आर का शुभारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में राजस्व निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग(निबंधन रहित) और परिवहन विभाग के मंत्री दीपक बिरुवा, सांसद जोबा माझी, चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव, जिला उपायुक्त कुलदीप चौधरी, महानिदेशक झारखंड राज्य पोषण मिशन समीरा एस, उप विकास आयुक्त संदीप कुमार मीणा की मौजूदगी देखी गई।
इस अवसर पर पोड़हाट-चक्रधरपुर अनुमंडल पदाधिकारी श्रुति राजलक्ष्मी, महिला बाल विकास एवं समाजिक सुरक्षा विभाग के उप सचिव विकास कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सहायक निदेशक समाज कल्याण निदेशालय, पोषण विशेषज्ञ यूनिसेफ, एसबीसीसी विशेषज्ञ सहित अन्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में 10 अति गंभीर कुपोषित बच्चों के देखभाल कर्त्ता को उपस्थित अतिथियों के द्वारा संवर्धित टी.एच.आर का वितरण किया गया तथा पांच गर्भवती महिलाओं की गोद भराई एवं पांच बच्चों का अन्नप्राशन भी किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री दीपक बिरुवा ने कहा कि झारखंड सरकार के द्वारा आयोजित इस महत्वाकांक्षी शिशु शक्ति संवर्धित टी.एच.आर कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य झारखंड सरकार के सपनों को साकार करना है।
इसके लिए सबसे जरूरी है कि हर घर के बच्चों के पोषण स्तर का आकलन प्रत्येक माह किया जाए तथा जो भी अति गंभीर कुपोषित बच्चे हैं, उनको इस कार्यक्रम से जोड़कर राज्य को कुपोषण मुक्त बनाने की दिशा में कार्य किया जाए।
वहीं, सिंहभूम सांसद ने कहा कि हर बच्चों को बेहतर पोषण की आवश्यकता है, इसलिए यह जरूरी है कि हर अति गंभीर कुपोषित बच्चों को कार्यक्रम से आच्छादित किया जाए। झारखंड सरकार कुपोषण एवं एनीमिया के उन्मूलन के लिए गंभीरता के साथ कार्य कर रही है।
चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव ने कहा कि संवर्धित टी.एच.आर के साथ-साथ घर का पौष्टिक खाना भी आवश्यक है। जिसे नियमित रूप पर लेने से कुपोषण के चक्र को तोड़ते हुए बच्चों एवं माता को स्वस्थ बनाए जा सकता है।
कार्यक्रम में अपनी बातों को रखते हुए महानिदेशक झारखंड राज्य पोषण मिशन के द्वारा समर कार्यक्रम पर विस्तार रूप से चर्चा करते हुए शिशु शक्ति के उपयोग से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी को साझा किया गया।
इनके द्वारा बताया गया कि अति गंभीर कुपोषित बच्चों में शिशु शक्ति के उचित उपयोग को बढ़ावा देने के लिए इस टीएचआर का उपयोग सिर्फ अति गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए ही किया जाए। उपायुक्त ने कहा कि यह गर्व की बात है कि इस कार्यक्रम का शुभारंभ जिले के चक्रधरपुर प्रखंड से किया जा रहा है। कार्यक्रम के सफल होने के बाद यह कार्यक्रम राज्य के सारे जिला में संचालित किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में बताया गया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा 6 माह से 6 वर्ष तक के अति गंभीर कुपोषित बच्चों के पोषण के लिए शिशु शक्ति कार्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया गया है। इस कार्यक्रम के तहत बच्चों को टेक होम राशन के तहत अधिक कैलोरी तथा प्रोटीन युक्त आहार उपलब्ध कराया जाएगा।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत यह कार्यक्रम पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर प्रखंड में अगले 4 माह के लिए संचालित किया जाएगा। शिशु शक्ति को अति गंभीर कुपोषित बच्चों की उम्र के अनुसार सही मात्रा देने के लिये विशेष रूप से तैयार किया गया है।
इसके सही इस्तेमाल एवं रखरखाव के लिए एक हवा बंद डब्बा तथा 30 ग्राम का स्कूप भी सभी लाभुकों को दिया जा रहा है। कार्यक्रम को लेकर एएनएम सहिया और आंगनबाड़ी सेविका को प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया है। इसमें यूनिसेफ और रिम्स रांची के द्वारा तकनीकी सहयोग प्रदान किया गया है।