भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के नए चेयरमैन के तौर पर प्रतिष्ठित वैज्ञानिक वी नारायणन को चुना गया है। वह 14 जनवरी को अपना पदभार ग्रहण करेंगे। वी नारायणन ने नई जिम्मेदारी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि 1962 में इसरो शुरू किया गया था, इसरो ने 62 वर्षों में समाज और देश के लिए अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत में दूसरा नेविगेशन सैटेलाइट (NVS-02) लॉन्च करने की योजना बनाई जा रही है।
वी नारायणन इसरो के मौजूदा प्रमुख एस. सोमनाथ की जगह लेंगे। इसरो प्रमुख डॉ. एस. सोमनाथ इस महीने की 14 जनवरी को 3 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद सेवानिवृत्त हो जाएंगे। वी. नारायणन अभी तमिलनाडु के महेंद्रगिरि में स्थित इसरो के तरल प्रणोदन केंद्र (एलपीएससी) के निदेशक हैं।
इसरो ने वी नारायणन को चेयरमैन के तौर पर चुने जाने पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स
पर जानकारी साझा करते हुए लिखा- 14 जनवरी 2025 से इसरो के नए अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग के सचिव के रूप में वी नारायणन का स्वागत है। एक दूरदर्शी नेता और क्रायोजेनिक प्रणोदन में अग्रणी, वह भारत की अंतरिक्ष उत्कृष्टता की यात्रा का नेतृत्व करेंगे। वर्तमान में, वह इसरो में तरल प्रणोदन प्रणाली केंद्र के प्रमुख हैं, जहां वह तरल-ईंधन रॉकेट इंजन के डिजाइन और विकास में शामिल हैं।