प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करने से कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं में लाभ पाया जा सकता है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता सुदृढ़ होती है। इसलिये सूर्य नमस्कार को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के लिये आयुष मंत्रालय ने मकर संक्रांति पर विशेष तैयारी की है। 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन 75 लाख लोग एक साथ सूर्य नमस्कार करेंगे, जिसमें देश-विदेश के लोग भी शामिल होंगे।
इस अभियान में विभिन्न मंत्रालयों के साथ-साथ योग एवं सामाजिक क्षेत्र की बड़ी संस्थाओं का सहयोग लिया जा रहा है। इस बारे में और अधिक जानकारी देते हुए केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोणोवाल ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आम लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत बनाना बहुत जरूरी है। इसलिये अधिक से अधिक लोगों को सूर्य नमस्कार करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
सोणोवाल ने कहा कि हम सिर्फ सूर्य नमस्कार के जरिये ही नहीं बल्कि योगासन, आयुर्वेद, होम्योपैथी, सिद्ध, नेचुरोपैथी और यूनानी आदि के माध्यम से आम लोगों की स्वास्थ्य देखभाल कर रहे हैं। इस दौरान सोणोवाल ने आयुष मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी की गई गाइडलाइन का पालन करवाने की अपील भी की।
गौरतलब है कि कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर में आयुष मंत्रालय ने राज्यों के साथ मिलकर आम लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए आयुष क्वाथ, आयुष-64, कबासुरा कुडिनीर और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य रक्षा किट और आयु रक्षा किट को तैयार किया था। जिसके प्रयोग से आम लोगों को बहुत फायदा हो रहा है।
आयुष मंत्रालय द्वारा ‘आयुष आहार’ परियोजना की भी हुई शुरूआत
इससे पूर्व आयुष मंत्रालय ने पौष्टिक आहार और एक स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देते हुए सोमवार को आयुष भवन स्थित अपनी कैंटीन में ‘आयुष आहार’ उपलब्ध करवाकर एक नई शुरुआत की है।
एक प्रायोगिक परियोजना के रूप में इसकी शुरुआत की गई है। इस ‘आयुष आहार’ में वेजिटेबल पोहा, भाजणी वडा, गाजर का हलवा और कोकम ड्रिंक शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया सभी व्यंजन लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है और इनकी पौष्टिकता का स्तर काफी अधिक है।
इस आयुष आहार खरीदने वालों को अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए एक फॉर्म दिया जाएगा। इन प्रतिक्रियाओं के आधार पर कैंटीन में नए आहार को नियमित किया जाएगा।