फिल्मों में बेमिसाल अभिनय के लिये जानी जाती हैं जया

चिन्मय दत्ता, चाईबासा, झारखंड
जया भादुरी का जन्म 9 अप्रैल 1948 को मध्य प्रदेश स्थित जबलपुर में हुआ। इनकी माँ का नाम इंदिरा भादुरी था। इनके पिता तरुण भादुरी लेखक सह पत्रकार थे। जया ने मध्य प्रदेश स्थित भोपाल के सेंट जोसेफ कॉन्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल से शिक्षा पूरी करने के बाद पुणे स्थित फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से अभिनय की शिक्षा ली, जिसमें इन्होंने गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने 1963 में आई सत्यजीत रे की फिल्म ‘महानगर’ में किशोरी के रूप में अभिनय शुरू किया और वयस्क के रूप में इनकी पहली भूमिका ऋषिकेश मुखर्जी निर्देशित 1971 की ‘गुड्डी’ है।  इन्होंने पहली बार अमिताभ बच्चन के साथ 1972 में ‘बंसी बिरजू’ में अभिनय किया।
3 जून 1973 को इनका विवाह अमिताभ बच्चन के साथ हुआ और इसी वर्ष प्रदर्शित फिल्म ‘जंजीर’ और ‘अभिमान’ की अतिरिक्त 1975 ‘चुपके चुपके’, ‘मिली’ और ‘शोले’ जैसे फिल्मों में अपने पति के साथ अदाकारा रहीं तो  1981 के ‘सिलसिला’ में अभिनय के साथ फिल्मों से विश्राम लेकर 1998 में ‘हजार चौरासी की माँ’ से अभिनय में पुनः वापसी की।  वर्ष 2000 में ‘फिज़ा’, 2001 में ‘कभी खुशी कभी गम…’ के अतिरिक्त 2003 में ‘कल हो ना हो’ जैसी सफल फिल्मों मे काम किया।
जया बच्चन को फिल्मों में उनके बेमिसाल अभिनय के लिये जाना जाता है। अपने फिल्मी कैरियर के दौरान नौ फिल्म फेयर पुरस्कार और तीन अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी पुरस्कार के अतिरिक्त 1992 में पद्मश्री से विभूषित हुई हैं।
जया बच्चन के जन्म दिवस पर पाठक मंच के कार्यक्रम इन्द्रधनुष की 773वीं कड़ी में मंच की सचिव शिवानी दत्ता की अध्यक्षता में यह जानकारी दी गई।
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