सुकांति साहू, रांची 15 अप्रैल 2023।
झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय संयोजक पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष के बाद भी आज संपूर्ण दलित समाज संविधान में उनके हक अधिकार रहते हुए भी आज हाशिए पर पड़े हैं। शिक्षा का क्षेत्र हो या रोजगार का क्षेत्र हो, समाजिक क्षेत्र हो या राजनीतिक, सब में आज दलित समाज अंतिम पायदान पर खड़ा है।
नायक ने आगे कहा कि बाबा साहब के सपनों को पूरा करने के लिए हमें मिलकर खासकर दलित आदिवासी मूलवासी संगठनों को उनके देखे गए सपनों को पूरा करने के लिए एक मंच पर आकर सरकार पर दबाव बनाना होगा तभी अंतिम पायदान में बैठे इस समाज का भला हो सकता है। मगर दुर्भाग्य है आजाद भारत में दलित आदिवासी मूलवासी से हजारों संगठन होते हुए भी यह समाज आज भी पिछड़ा है इसके लिए हमें चिंतन और मनन करने की आवश्यकता है ।
उन्होंने आगे कहा कि झारखंड में आज भी अनुसूचित जाति आयोग का गठन नहीं किया जाना अनुसूचित जाति के साथ संवैधानिक रूप से उनके दिए गए प्रदत्त अधिकार को सरकार के द्वारा रोककर उनके विकास को रोका जा रहा जा रहा है। समय पर छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं दी जा रही है। मरांग गोमके जयपाल सिंह पारदेसीय योजना में एक भी अनुसूचित जाति समाज के छात्र एंव छात्रों का चयन जानबूझकर नहीं किया जाना, अनुसूचित जाति जनजाति के अधिकारी पदाधिकारी कर्मचारियों को वर्षों तक प्रोन्नति को लटकाकर रखा जा रहा है।