चिन्मय दत्ता।
हिंदी सिनेमा के प्रसिद्ध हास्य कलाकार जगदीप का जन्म सैय्यद यवर हुसैन जाफरी के घर 19 मार्च 1939 को मध्य प्रदेश के दतिया में हुआ था। बचपन में ही पिता का देहांत हो जाने के कारण माँ कनीज हैदर जाफरी बम्बई आ गई। माँ को मेहनत करते देख जगदीप पढ़ाई छोड़ छोटे-छोटे काम करने लगे। एक बार यह सड़क पर पतंग बेच रहे थे तो एक कास्टिंग डायरेक्टर की नजर इन पर पड़ी और वे इन्हें बी.आर. चोपड़ा की 1951 में आई फिल्म ‘अफसाना’ में काम करने के लिए अपने साथ ले गए जिसके लिए इन्हें छह रूपये मिले थे। उस जमाने में यह बढ़िया रकम मानी जाती थी।
जगदीप का वास्तविक नाम सैय्यद इश्तियाक अहमद जाफरी था। 1953 में आई दिलीप कुमार की फिल्म ‘फुटपाथ’ में इन्होंने छोटा सा रोल किया जहां इनके चरित्र का नाम जगदीप था और यहीं से ये जगदीप के नाम से चर्चित हो गए। इस दौरान दिलीप कुमार ने कहा था ‘ये बच्चा एक दिन बहुत बड़ा एक्टर बनेगा’ और ये कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि इनकी 1957 की फिल्म ‘हम पंछी एक डाल के’ के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इनकी प्रशंसा की थी।
भोपाल के फॉरेस्ट ऑफिसर नाहर सिंह के चरित्र पर 1975 की ‘शोले’ में इनके इनकी भूमिका सूरमा भोपाली को दर्शकों ने इतना पसंद किया कि ये दर्शकों के बीच इसी नाम से लोकप्रिय हो गए और जगदीप ने 1988 में फिल्म ‘सूरमा भोपाली’ का निर्देशन किया। महाराष्ट्र स्थित मुंबई में 8 जुलाई 2020 को इनका प्राणांत हो गया। इनके बेटे जावेद जाफरी और नावेद जाफरी हास्य कलाकार हैं।
जगदीप की जयंती पर पाठक मंच के कार्यक्रम इन्द्रधनुष की 770वीं कड़ी में मंच की सचिव शिवानी दत्ता की अध्यक्षता में यह जानकारी दी गई।
व्यक्तित्व कॉलम में आपको इस बार किस व्यक्तित्व के बारे में जानना है, अपने विचार अवश्य व्यक्त करें हमारे द्वारा उस व्यक्तित्व के बारे में जानकारी देने का पूर्ण प्रयास किया जाएगा। धन्यवाद।