चिन्मय दत्ता, चाईबासा, झारखंड
भारत सरकार द्वारा अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित महिला पहलवान बबीता फोगाट का जन्म हरियाणा के भिवानी जिले में द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता प्रसिद्ध पहलवान महावीर सिंह फोगाट के घर 20 नवम्बर 1989 को हुआ। इन्होंने हरियाणा के सी.एम. सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अध्ययन करने के बाद रोहतक स्थित एम.डी.यू . कॉलेज से उच्च शिक्षा अर्जित की।
विरासत से मिली बबीता की कुश्ती सफर की शुरुआत 2009 में कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन के साथ हुई थी। इसके बाद इनका गोल्डन रन 2011 में भी जारी रहा। इस बार इन्होंने 48 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया फिर 2014 में इन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इसके बाद वर्ष 2018 में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं की 55 किलोग्राम फ्री स्टाइल कुश्ती में स्वर्ण पदक अपने नाम कर बबीता ने पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन किया है।
हर लड़की के लिए प्रेरणा स्रोत बनी बबीता ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष किया है। ये अखाड़े में पल भर में सबको धूल चटाने की क्षमता रखती है। इन्होंने महिलाओं और लड़कियों के प्रति दृष्टिकोण में बदलाव के लिए विशेष योगदान दिया है। ये चाहती हैं कि लोगों की सोच बदले और वह अपनी बेटियों को पढ़ा-लिखा कर आगे बढ़ाएं। गौरतलब है कि 2016 की बॉलीवुड फिल्म ‘दंगल’ इनकी सफलता पर आधारित है।
20 नवंबर को बबीता फोगाट के जन्म दिवस पर पाठक मंच के इन्द्रधनुष कार्यक्रम की 752वीं कड़ी में मंच की सचिव शिवानी दत्ता की अध्यक्षता में यह जानकारी दी गई।