बृहस्पति वेलफेयर फाउंडेशन 20 नवंबर को करेगा ‘विश्व विभूति पुरस्कार’का आयोजन

नई दिल्ली, 12 सितंबर, 2022

कोरोना काल में असमय काल के गाल में समाने वाले विशिष्ट व्यक्तित्व को सम्मान दिलाने एवं विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले विभूतियों के लिये बृहस्पति वेलफेयर फाउंडेशन ‘विश्व विभूति पुरस्कार’ समारोह का आयोजन करेगा। उत्तर प्रदेश के नोएडा में यह आयोजन 20 नवंबर 2022 को किया जाएगा जिसमें  वृहत स्तर पर कला एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किये जाएंगे।

समारोह में सास्कृतिक कार्यक्रम का उद्देश्य नोएडा को फिल्म, संस्कृति और मनोरंजन उद्योगों के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपनों को साकार करना भी है।   फाउंडेशन ने इस दिशा में कार्यक्रम के माध्यम से एक कदम बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। दिल्ली में आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कार्यक्रम की घोषणा करते हुए, बीडब्ल्यूएफ के अध्यक्ष  एस के द्विवेदी, ने कहा कि “विशाल समारोह का उद्देश्य इन सभी विलक्षण विभूतियों  और  प्रतिभाओं को हार्दिक श्रद्धांजलि देना है जिनकी हाल ही में मृत्यु हो गई है, एवं  उत्कृष्ट योगदान देने वाले विभूतियों का सम्मान करना है। उन्होंने कहा कि समाज से प्रतिष्ठा, सम्मान और स्नेह प्राप्त करने वाली महान हस्तियों के योगदान को याद करने का समय आ गया है।”

फाउंडेशन ने कहा कि  समारोह में स्वर कोकिला, भारत रत्न लता मंगेशकर को भावभीनी श्रद्धांजलि दी जाएगी। अन्य विलक्षण विभूतियों में पद्म विभूषण पंडित जसराज, बिरजू महाराज, पंडित शिवकुमार शर्मा, पंडित राजन मिश्रा, बप्पी लाहिड़ी और एसपी बालसुंदरम शामिल हैं। फाउंडेशन फिल्म उद्योग से  भी महान अभिनेता दिलीप कुमार, ऋषि और राजीव कपूर, इरफान खान, शशिकला, सुलेखा सीकरी, सरोज खान, जगदीप, अनुपम श्याम, पुनीत राजकुमार, अरविंद त्रिवेदी को श्रद्धांजलि अर्पित करेगा। टीवी शो-रामायण), पद्मश्री नरेंद्र कोहली (आधुनिक राष्ट्रवादी साहित्यकार)। खेलों से इस सूची में फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह और मशहूर निशानेबाज दादी उर्फ चंद्रो तोमर शामिल हैं। अन्य असाधारण लोगों में जनरल बिपिन सिंह रावत, पद्म भूषण राहुल बजाज और टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री शामिल हैं।

इसके साथ ही, महान संगीतकारों को सम्मानित करने के लिए, सांस्कृतिक कार्यक्रम में रुद्रवीना, बांसुरी, सरोद, संतूर, सारंगी, जलतरंग, मृदंग, तबला, पखवाज, सितार, हारमोनियम, डमरू और शहनाई जैसे भारतीय शास्त्रीय संगीत के दुर्लभ संगीत वाद्ययंत्र बजाए जाएंगे। फाउंडेशन के अध्यक्ष  एस के द्विवेदी ने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपनों को पूरा करने के लिए एक कदम आगे बढ़ाया जा रहा है, जो नोएडा को एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म और मनोरंजन केंद्र बनाने के लिए बहुत प्रयासरत हैं। समारोह का उद्देश्य दुनिया भर में फिल्म और मनोरंजन उद्योग को नोएडा में अपनी इकाइयां स्थापित करने के लिए आकर्षित करना भी है।

 

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