मीमांसा डेस्क।
झारखंड के रांची में तीरंदाज दीपिका कुमारी और अतनु दास ने मंगलवार को ‘चैंपियन से मिलिए’ कार्यक्रम की शुरुआत की। इस कार्यक्रम के दौरान इन ओलंपियन तीरंदाजों ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि सभी के लिए अपने नियमित आहार में संतुलित आहार को शामिल करना कितना आवश्यक है। इस संबंध में दीपिका ने कहा, ‘ज्यादातर लोगों के बीच जिस तरह की जीवनशैली धीरे-धीरे पनप रही है, वह उनकी सेहत के लिए खतरा बन रही है। यह हमारे प्रधानमंत्री की एक बड़ी पहल है कि उन्होंने युवा पीढ़ी के साथ संवाद करने और उन्हें यह समझाने के लिए खिलाड़ियों को चुना है कि आखिरकार किस तरह से स्वस्थ आहार और फिट जीवनशैली उन्हें सदैव शारीरिक एवं मानसिक रूप से अत्यंत मजबूत रखेगी।’
दीपिका ने अपने बचपन की आदतों के बारे में बताते हुए कहा कि तब वह हरी सब्जी और सलाद खाना पसंद नहीं करती थी, लेकिन यह सब उनके नियमित आहार का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा, यह दरअसल हमारे शरीर की आवश्यकताओं को बखूबी समझने और उसकी सटीक देखभाल करने से जुड़ी अत्यंत अहम बात है। जो चीजें हमें पसंद नहीं हैं उन्हें खाने की आदत डालना वाकई मुश्किल है, लेकिन जब एक बार आपको अपने शरीर से सही मायनों में लगाव हो जाएगा, तो आप यह काम भी करना शुरू कर देंगे।’
वहीं अर्जुन पुरस्कार विजेता अतनु ने कहा, ‘मैं कभी भी स्वस्थ जीवनशैली नहीं अपनाता था और अभी भी पूरे वर्ष उसे नहीं अपना सकता हूं। इसलिए मैं कभी-कभी अपने को धोखे में रखने के दिनों का आनंद लेता रहता हूं। हालांकि, मैं जीवन में अपने लक्ष्य के बारे में बहुत स्पष्ट हूं जिसे केवल स्वस्थ आदतों से ही प्राप्त किया जा सकता है।’
दिल्ली पब्लिक स्कूल, सेल टाउनशिप, रांची में ‘संतुलित आहार, फिटनेस और खेल’ विषय पर आयोजित इस एक संवादात्मक सत्र में इस पूरे जिले के 75 स्कूलों के 300 से भी अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया।
उन्होंने कहा, यह दरअसल हमारे शरीर की आवश्यकताओं को बखूबी समझने और उसकी सटीक देखभाल करने से जुड़ी अत्यंत अहम बात है। जो चीजें हमें पसंद नहीं हैं उन्हें खाने की आदत डालना वाकई मुश्किल है, लेकिन जब एक बार आपको अपने शरीर से सही मायनों में लगाव हो जाएगा, तो आप यह काम भी करना शुरू कर देंगे।’