क्रिकेटर ही नहीं लेखक व अभिनेता है सुनील गावस्कर

चिन्मय दत्ता, चाईबासा, झारखंड
भारतीय क्रिकेट के इतिहास के महान बल्लेबाजों में क्रिकेट के आभूषण कहे जाने वाले सुनील गावस्कर को विश्व के सर्वोपरि खिलाड़ी सनी और लिटिल मास्टर के नाम से जाना जाता है। गावस्कर का जन्म 10 जुलाई 1949 को महाराष्ट्र के मुम्बई में मनोहर गावस्कर के घर हुआ। इनकी माता मीनल गावस्कर ने इन्हें क्रिकेट के प्रति जागरूक किया।
अपनी पढ़ाई के दिनों से ही यह एक अच्छे क्रिकेटर के रूप में अपनी पहचान बना चुके थे। वर्ष 1966 में इनको भारत का सर्वश्रेष्ठ स्कूल बॉय क्रिकेटर ऑफ द ईयर से नामित किया गया था। सुनील गावस्कर, टेस्ट मैचों में 10,000 रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी रहे। सर्वाधिक शतकीय भागीदारियाँ एवं प्रथम श्रृंखला में सबसे अधिक रन बनाने वाले इस एकमात्र बल्लेबाज ने कई कीर्तिमान स्थापित किए। इन्होंने भारतीय टीम का कुशल नेतृत्व किया और कई महत्वपूर्ण विजय प्राप्त की जिनमें ‘एशिया कप’ एवं ‘बेसन एंड हेजेस विश्व कप’ प्रमुख है।
1971 में इन्हें टेस्ट टीम के वेस्टइंडीज दौरे के लिए चुना गया था। गावस्कर, 1975 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित हुए एवं 1980 में भारत सरकार ने इन्हें पद्म भूषण से विभूषित किया।

1980 में ही यह आईसीसी द्वारा वेस्टर्न अवार्ड से सम्मानित हुए। इन्होंने क्रिकेट से संबंधित महत्वपूर्ण पुस्तकें भी लिखी हैं जिनमें सनी डेज, आइडल्स, रन एंड रूइन्स, वन डे वंडर्स प्रमुख है। 1971 के फिल्म ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ के गीत ‘दम मारो दम’ में की झलक देखी जा सकती है। इन्होंने कई फिल्मों में अभिनय किया इनमें 1980 के मराठी फिल्म ‘सावली प्रेमाची’ एवं 1988 के हिंदी फिल्म ‘मालामाल’ प्रमुख है।
सुनील गावस्कर के जन्म दिवस पर पाठक मंच के कार्यक्रम इन्द्रधनुष की 733वीं कड़ी में मंच की सचिव शिवानी दत्ता की अध्यक्षता में यह जानकारी दी गई।

 

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