मीमांसा डेस्क, चाईबासा
व्यापक प्रशासनिक अनुभव रखने वाले भारतीय राजनीतिज्ञ बनवारी लाल जोशी का जन्म 27 मार्च 1936 को राजस्थान के नागौर जिले में छोटी खाटू नामक गांव में हुआ था। इन्होंने कोलकाता के स्कॉटिश चर्च कॉलेज से स्नातक करने के उपरांत विश्वविद्यालय विधि से महाविद्यालय कोलकाता से विधि में स्नातक पास किया। वर्ष 1957 में राजस्थान राज्य पुलिस सेवा के साथ अपना कैरियर शुरू किया और 1962 में भारत सरकार में चले गए। 1991 में इन्होंने भारतीय पुलिस सेवा से स्वैच्छिक सेवा निवृति ले ली और सामाजिक कार्यों में शामिल हो गए।
वहीं 1993 में संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए, जहां इन्होंने दो बड़ी अमेरिकी सॉफ्टवेयर कंपनियों के साथ काम किया और कैलिफोर्निया स्थित एक गैर सरकारी संगठन में कार्यकारी निदेशक के रूप में भी काम किया। यह संगठन भारत में प्रतिभाशाली और जरूरतमंद छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करता है। मार्च 2000 में अमेरिका से लौटने पर इन्हें राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग का सदस्य नियुक्त किया गया, जो उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के समकक्ष थे। जहां इन्होंने चार साल तक काम किया। 9 जून 2004 को इन्होंने दिल्ली के उप राज्यपाल का पद ग्रहण किया। यह मेघालय, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रहे।
एक लंबे सेवा कैरियर के दौरान इन्होंने गृह मंत्रालय सहित विभिन्न प्रशासनिक पदों पर काम किया। प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री और इंदिरा गांधी के पाकिस्तान और ब्रिटेन में भारत के उच्चायोगों व अमेरिका में भारतीय दूतावास के साथ यह कार्यरत रहे। यह नेहरू-गांधी परिवार के साथ अपनी नजदीकियों के लिए भी पहचाने गए। 22 दिसम्बर 1917 को नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में इनका प्राणांत हो गया।”
आज 27 मार्च को बनवारी लाल जोशी का जीवन परिचय उनके जन्म दिवस के अवसर पर पाठक मंच के साप्ताहिक कार्यक्रम इन्द्रधनुष की 718वीं कड़ी में मंच की सचिव शिवानी दत्ता की अध्यक्षता में दिया गया।