अरविन्द पाठक, वरिष्ठ पत्रकार।
पंडौल,27 मार्च 2022,(एजेंसी)। कहते हैं,कभी कभी समय के साथ इतिहास भी दफन हो जाता है।ऐसा ही एक मामला बिहार के मधुबनी जिले के पंडौल में सामने आया है,जो गुजरे ज़माने में संजय गांधी के पदार्पण से देश में सुर्खियों में आया था, मगर यह आज विकास के लिए बाट जोह रहा है।
यह है यहां का प्रखंड कांग्रेस कार्यालय,जहां बिहार की राजनीति की दिशा और दशा तय होती थी,क्योंकि यहां स्व.गांधी पधारे थे। उस समय कांग्रेस के विधायक स्व.कुमुद रंजन झा थे। उन्हें स्व.गांधी का अत्यंत करीबी माना जाता था।
जानकार बताते हैं,कि संजय गांधी के दम पर झा ने स्व.ललित नारायण मिश्र के पुत्र विजय मिश्र को पराजित कर पहली बार विधायक एवं मंत्री बने थे।
संजय गांधी ने पंडौल दौरे के क्रम में न सिर्फ स्थानीय कांग्रेस कार्यालय का दौरा किया था बल्कि यहाँ औद्योगिक आधार शिला रखी थी,मगर कालक्रम में ये जर्जर अवस्था में है।
प्रखंड कांग्रेस प्रमुख सुनील झा ने बताया कि 80 एवं 90 के दशक में पंडौल कांग्रेस कार्यालय की रौनकता ही कुछ और थी। इसे फिर से वैभवशाली बनाने की कोशिश की जा रही है।