उषा पाठक/अपर्णा कुमारी।
विशेषज्ञ चिकित्सकों के मुताबिक बदलते मौसम में स्वस्थ रहने के लिए सावधान रहने की जरूरत है। इस मौसम में सर्दी,खांसी,जुकाम, बुखार,गले में जलन,आंखों में लालीपन,चेहरे पर लाल लाल निशान के अलावा कोरोना,दमा, डायबिटीज, किडनी,लिवर एवं कैंसर जैसे रोगों से पीड़ितों के लिए समस्याएं बढ़ सकती है।
चिकित्सकों ने कहा है, कि इससे बचाव के लिए अनियंत्रित रहन-सहन, खान-पान,प्रदूषण एवं भीड़ भाड़ वाले इलाके से दूरियां बरतनी चाहिए। चेहरा कपड़े से ढक कर निकलना चाहिए तथा घरों के आस-पास जल जमाव नहीं होना चाहिए ताकि मच्छर जनित रोगों से बचा जा सके।
वसुंन्धरा अस्पताल के प्रमुख एवं मेडिसिन के चिकित्सक डॉ. गिरजेश रस्तोगी कहते हैं कि बदलते मौसम में कई तरह की सावधानियां बरतने की जरूरत है। अगर तीन दिन से अधिक समय से सर्दी,जुकाम एवं गले में जलन आदि की शिकायत हो तो चिकित्सकों की देख रेख में दवा लेनी चाहिए। खासकर उन मरीजों के लिए जो कोरोना, दमा, डायबिटीज, किडनी,लिवर एवं कैंसर जैसे रोगों से पीड़ित रहे हैं,उन्हें अत्यधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है।
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स्किन रोग की जानकार डॉ. पूनम आर्या कहती हैं,कि बदलते मौसम में चमड़ी पर लाल लाल निशान एवं खुजली आदि की परेशानी बढ़ जाती है।इससे लोग असहज अनुभव करते हैं। उन्होंने कहा कि इस समय में वर्षा के तुरंत बाद चिलचिलाती धूप के कारण इन समस्याओं से जूझते हैं, इसलिए उन्हें शरीर को पूरी तरह ढक कर निकलना चाहिए तथा उपयुक्त क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए।
नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद के सीएमओ डॉ. एम.बोरा के अनुसार मौसम जनित इन समस्याओं से निपटने के लिये सतर्कता बहुत जरूरी है। घर के आस-पास पानी का जमाव नहीं होना चाहिए। कूलर आदि की नियमित सफाई होनी चाहिए। कूड़ा घरों के पास ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव होना चाहिए। एनडीएमसी इलाके में तो ऐसी समस्याएं नहीं है, लेकिन राजधानी के अन्य हिस्सों में भी ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए।