मीमांसा डेस्क।
रचना या निर्माण का
पहला पग बोना , सींचना
या उड़ेलना है। बीज बोने
के लिये गर्मी की ताप और
जल की नमी को एक साथ
होने की जरूरत होती हैं।
अंत ; आदिदेव शिव पर
जीवन की आदिमूर्ति या
पहली रचना जल चढ़ाना
ही नहीं लगातार अभिषेक
करना अधिक महत्वपूर्ण
होता जाता है। सृष्टि
स्थिति संहार लगातार ,
बार – बार होते रहना
प्रकृति का नियम है।
अभिषेक का बहता जल
चलती , जीती – जागती
दुनिया का प्रतीक है।