महानगर में रहने वाले लोग क्यों है एलर्जी से परेशान।

मीमांसा डेस्क।

इएनटी सर्जन व सीनियर कंसल्टेंट डॉ बी के अग्रवाल के अनुसार महानगरों में ज्यादातर लोग नाक की एलर्जी से परेशान होते है। जहाँ तक नाक का सवाल है , इसमें एलर्जिक राइनेटिक्स नामक बीमारी होती है , जिसमें नाक की एलर्जी होती है। इसके लक्षण मरीज को छीके आना , नाक बहना , जुकाम रहना और नाक बंद रहना है। ऐसा लम्बे वक्त तक होने से अस्थमा की भी समस्या आ सकती है। इसके अलावा नाक में इन्फेक्टिव साइनासाइटिस हो सकता है , और साथ में नाक की हड्डी भी बढ़ सकती है। इसमें मरीज को जुकाम , सिरदर्द होता है व नाक बंद रहती है।
बच्चों में नाक से जुड़ी समस्या में ज्यादातर रक्तश्राव होता है , इसे नकसीर भी कहते है। यह समस्या नाक की हड्डी की परत के पतले होने व उसके सूखने की स्थिति में होती है।

 

  •  नाक की एलर्जी से बचने के लिये क्या सावधानी बरतनी चाहिए ?

नाक की एलर्जी से बचने के लिये कुछ सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है , जैसे – धूल धुआँ , परफ्यूम, ठंडा पानी , आइसक्रीम , कोल्ड ड्रिंक आदि से बचना चाहिये। जो लोग बाजार में ज्यादा वक्त व्यतीत करते हैं , या फिर दुपहिया वाहनों का इस्तेमाल करते हैं वो मुँह पर रूमाल रखकर चलें।
इसके अलावा एलर्जी वाली चीजों से दूर रहने की कोशिश करनी चाहिये , समस्या बढ़ने पर डॉक्टर से सलाह लें। साथ ही साथ बॉडी इम्युनिटी बढ़ाने के लिये योगा बहुत सहायक है , इसलिये योगा को भी नियमित जिंदगी में शामिल किया जा सकता है।
इन्फेक्टिव साइनासाइटिस वाले मरीज डॉक्टर से सलाह लें। इसमें दवा से आराम नहीं होने की स्थिति में विशेष परिस्थिति को देखते हुए सर्जरी भी की जाती है।