चिन्मय दत्ता, पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर।
अधिकतर लोगों द्वारा कचरा इधर-उधर फेंक देना आम बात है। यही वजह है कि हमारे आस-पास ऐसे कई स्थान कचरे के ढ़ेर में तब्दील हो जाते हैं, जो कभी साफ और खाली जगह होते थे। ऐसी ही मानसिकता वाले लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिये देश भर में स्वच्छता अभियान भी चलाये जा रहे हैं।
इसी उद्येश्य के तहत झारखंड में जुगसलाई नगर परिषद की टीम ने अनूठा मिसाल पेश किया है। इस बारे में नगर प्रबंधक राजेन्द्र कुमार बताते हैं कि जुगसलाई नगर परिषद अंतर्गत वार्ड नम्बर 12 के डिस्पेंसरी रोड स्थित सुलभ शौचालय के समीप स्थल को GVP(Garbage Vulnerable Point) ब्लैक स्पॉट के तौर पर चिन्हित किया गया था।
लोगों द्वारा कचड़ा डस्टबीन में ना डाल कर सड़क किनारे ही फेंक दिया जाता था। घर-घर से अपशिष्ट संग्रहण सेवा से जुड़ने के लिये उक्त स्थल की साफ-सफाई कराकर चुना-ब्लीचिंग का छिड़काव कराते हुऐ कचड़ा फेंकते हुए पाये जाने पर उस व्यक्ति से दण्ड स्वरूप जुर्माना वसूलने से सम्बंधित बैनर पोस्टर लगाया गया और वहां से डस्टबीन हटा लिया गया। दरअसल, नगर परिषद् द्वारा उक्त स्थल में प्रतिदिन साफ-सफाई करवाने के आधे से एक घंटे के भीतर ही पुनः लोगो द्वारा असमय कूड़ा को फेंक दिया जाता था जिससे कूड़े का अंबार हो जाता था।
वहां पालतु पशुओं का जमावाड़ा लगा रहता था जिससे दुर्घटना होने की भी सम्भावना बनी रहती थी। ऐसे में नगर परिषद के लिये उस स्थान को साफ-सुथरा रखना एक चुनौती बन चुका था जिसको देखते हुए इस मुहिम की शुरूआत की गई।
कार्यपालक पदाधिकारी जगदीश यादव बताते हैं कि जुगसलाई नगर परिषद् के द्वारा पुनः स्वच्छता मुहिम चलाते हुए उक्त स्थल पर साफ-सफाई कर घेराबंदी कराते हुए फुलों का पौधारोपण किया गया। इस मुहिम में स्वच्छता ब्राण्ड एम्बेसडर चन्द्रलता जैन की अहम भूमिका रही। इस कार्य के लिए आसपास के महिलाओं व अन्य लोगों को जोड़ा गया।
गौरतलब है कि जुगसलाई नगर परिषद् के इस स्वच्छता मुहिम में लोगो का भरपूर सहयोग मिला, उस स्थल की लगातार मॉनिटिरिंग की जा रही है साथ ही सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से भी निगरानी की जा रही है।