पूजा पपनेजा।
हिमाचल प्रदेश के सबसे प्रसिद्व स्थलों में से एक है, बाबा वडभाग सिंह की तपोस्थली मैड़ी। हिमाचल के मैडी स्थान पर स्थित है। यह स्थान विशेषरूप से कई गुरूद्वारों के लिये मशहूर है, जिसे देखने के लिये पर्यटक यहां दूर-दूर से आते हैं। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण इस जगह की खूबसूरती और भी बढ़ जाती है।
यहां की होली काफी खास है, जिसे होला मल्ला के नाम से जाना जाता है। यही वजह है कि यहां देश के अलग-अलग हिस्सों से विशेषरूप से पंजाबी लोग यहां बहुत धूमधाम से होली मनाते हैं। त्योहार के दौरान लोग यहाँ बड़े प्यार से एक दूसरे के साथ होली खेलते हैं।
इस स्थान की खासियत की बात करें तो यहाँ बाबा वडभाग सिंह ने तपस्या की थी। तपस्या करते हुए उन्होंने प्रेत आत्माओं को वश में कर उनसे दीन-दुखियों की मदद करने और उन्हें प्रेत आत्माओं से ग्रस्त लोगों का इलाज करने का आदेश भी दिया था।
कहानियों के अनुसार यह भी कहा जाता है कि बाबा वडभाग सिंह मैड़ी के पास स्थित दर्शनी खड्ड के पास भी पहुंचे थे। यहां उन्होने अफगान सैनिकों का सामना किया और उन्होंने अपने तेज से सैनिकों को खदेड़ भी दिया था।
गुरूद्वारे से लगभग डेढ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है कैलाशपति शिव मंदिर, जहां हर मौसम में बहने वाला झरना भी यहाँ स्थित है जिसे ‘धौलीधार’ के नाम से जाना जाता है, जहाँ गुरु अपना दैनिक स्नान करते थे इसी कारण इसे बहुत पवित्र माना जाता है। इसलिए लोग दूर दूर से यहाँ स्नान करने भी आते हैं। मान्यता है कि इससे उनकी मनोकामना भी पूरी होती है।
यदि अगर आप भी कभी हिमाचल जाना चाहते है तो विशेषकर होली के दिनों मे जाइए और इसका आनंद उठाइए क्योकि इन दिनों मे आपको चहल पहल भी बहुत अधिक देखने को मिलेगी और यहाँ घूमकर आपके मन को भी बहुत शांति मिलेगी। वैसे भी इस जगह को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे यहाँ साक्षात् भगवान का वास हो।