आईआईटीयन बाबा की कहानी

पूजा पपनेजा।

दुनिया मे कुछ ऐसे लोग होते है जिनके काम करने का अलग अंदाज़ ही उन्हें सबसे ज़्यादा खास बना देता है और एक ऐसे ही अलग अंदाज़ के कारण रील्स की दुनिया मे फेमस हो रहे है महाकुंभ के आईआईटीयन बाबा वैसे तो आईआईटीयन बाबा का पूरा नाम अभय सिंह है आईआईटीयन बाबा हरियाणा मे झज्जर के रहने वाले है।

इन दिनों ये सोशल मीडिया मे भी चर्चा का केंद्र बने हुए है और इसके साथ ही सोशल मीडिया मे भी काफी लोग अभय सिंह को देखना और सुनना पसंद करते है क्योकि महाकुंभ के आईआईटीयन बाबा की कहानी ही काफी दिलचस्प है अब हम आपको अभय सिंह के बारे मे बताते है ।
अभय सिंह बचपन से ही पढ़ाई मे काफी होशियार थे लेकिन उनके घर मे माता – पिता की आपस मे बहुत लड़ाई होती थी क्योकि उनके पिता उनकी माता पर बहुत अत्याचार करते थे। जिसके कारण अभय के मन मे तनाव पैदा हो गया था।

क्योकि अभय की माता के साथ उनके पिता जब अत्याचार करते थे उस बात को अभय भुला नहीं पा रहे थे इसलिए अभय मानते है कि पुरूषों को महिलाओ का सम्मान करना चाहिए उन पर कोई भी अत्याचार नहीं करना चाहिए।
आपको बता दें कि अभय पेशे से इंजीनियर है उन्होने कनाडा मे भी 3 लाख की नौकरी छोड़ दी थी। क्योकि उन्हे वो सुख नहीं मिल रहा था जिसकी वो तलाश कर रहे थे अभय को जब अपने जीवन मे हर रिश्ते मे तनाव मिलने लगा तब उन्होने ईश्वर की खोज करनी शुरू कर दी थी।

इसलिए अभय सिंह जिस भी बात का गहराई से अध्धयन करते है उसके बारे मे वह बहुत अच्छे से जानकारी देते है क्योकि उनके विचारो मे ही इतनी परिपवक्ता है कि लोग उनकी और खुद ही खींचते चले जाते है।
यही कारण है कि लोग भी अभय सिंह को देखना पसंद करते है क्योकि जो उनके जीवन मे उनके साथ बुरा हुआ है कही ना कही उस बात का प्रभाव अभय सिंह के ऊपर बहुत ज्यादा पड़ा है क्योकि अभय को किसी भी रिश्ते मे अपनापन नहीं मिला था जिसकी वो तलाश कर रहे थे इसलिए वह ईश्वर की खोज कर रहे है इसके साथ ही अभय सिंह ने हर उस ग्रन्थ को पड़ा है जिसमे ईश्वर के बारे मे जिक्र किया गया है।

अभय सिंह अब ये मानते है कि हर व्यक्ति मोह – माया मे फ़सा हुआ है क्योकि लोग सिर्फ अपनी ज़रूरतों को पूरा करने मे लगे है और ईश्वर को भूलते जा रहे है। उनका कहना है कि अगर कोई व्यक्ति ईश्वर को पाना चाहता है तो वह अध्यात्मक की खोज करनी शुरू करे

इसके अलावा उनका मानना है कि अगर इंसान दूसरो से अपेक्षा करना बंद कर दें और ये समझ ले कि मुझे ही सब कुछ खुद करना है तो उस दिन आप सच की वास्तविकता की और आगे बढ़ जाते है फिर आप किसी से भी उम्मीद लगाना बंद कर देते हो।

खैर अभय सिंह की कहानी हमें ये सिखाती है कि हर माता – पिता को अपने घर मे बच्चों के लिए एक अच्छा वातावरण रखना चाहिए जिससे बच्चों के मन मे भी तनाव पैदा न हो। अगर अभय सिंह के माता पिता ने भी घर मे एक अच्छा माहोल बनाया होता तो शायद अभय के मन मे भी रिश्तो के लिए तनाव पैदा ना होता।