पूजा पपनेजा।
भूल – भूलिया 3 एक कॉमेडी फिल्म है, जिससे अनीस बज्मी ने डायरेक्ट किया है। इस मूवी मे कार्तिक आर्यन,माधुरी दीक्षित,विद्या बालन,राजपाल यादव,अश्विनी कलसेकर,संजय मिश्रा बाकी सभी कलाकारों ने साथ मिलकर काम किया है।
इसके साथ ही भूल भुलैया मूवी को दर्शकों ने बहुत पसंद भी किया है । क्योंकि उन्हें कार्तिक आर्यन, विद्या बालन, माधुरी दीक्षित, की एक्टिंग दर्शको को बहुत पसंद आई हैं। अब हम आपको इस फिल्म की कहानी के बारे मे बताते है।
भूल भुलैया 3 कि कहानी के तार मे 200 साल पहले जुड़े हुए दृश्य दर्शाए गए हैं। इसमें रक्तघाट की शाही वंशज मीरा (तृप्ति डिमरी) वर्तमान समय में रुहान उर्फ रूह बाबा (कार्तिक आर्यन) को ब्लैकमेल करके अपने पुरखों की हवेली में चलने को मजबूर करती है । ताकि रूह बाबा शापित हवेली को मंजुलिका की खौफनाक आत्मा से मुक्त कर सके, उसके, बाद मीरा का परिवार खुशहाल जिंदगी जी सके।
क्योकि वहाँ एक लंबे अरसे से मंजुलिका के खौफ के कारण उनका शाही परिवार तबेले में रहकर अभाव भरी जिंदगी जीने को मजबूर है।
हालांकि मीरा और उसके मामाजी ये भी जानते हैं, कि रूह बाबा के रूप में रुहान एक नकली घोस्टबस्टर है, वह फ्रॉड करके लोगों को लूटता है । मगर उसके पिता विजय राज और राज पुरोहित को विश्वास है, कि शाही महल के कमरे में कैद की गई मंजुलिका की आत्मा को उसी शाही घराने का कोई व्यक्ति पुनर्जन्म लेकर आजाद कर सकता है।
आपको बता कि फिल्म मे रुहान की शक्ल मंजुलिका के भाई शाही राजकुमार से मिलती है । इसलिए मीरा के मामाजी रुहान को शाही घराने का वंशज बना कर रक्तघाट लाते हैं ।ताकि वो दुर्गा अष्टमी के दिन मंजुलिका का पुतला जलाकर हवेली को शाप मुक्त कर सके।
उसके बाद मे माधुरी दीक्षित विद्या बालन की एंट्री होती है। वह फिल्म मे काफी दिलचस्प है, जो दर्शको के दिल मे उतर जाती है । क्योकि कहानी के अंत मे दिखाया गया है, कि मनुजलिका कोई और नहीं थी बल्कि उनका भाई था इसलिए वह काफी समय तक मंजुलिका के रूप मे भटकता रहता है। क्योकि, पिछले जन्म मे शाही राजकुमार की दोनों बहनो, ने उसके साथ गलत किया था । वो अगले जन्म मे जब पैदा होती है, तो अपने भाई से माफ़ी माँगती है जिसके बाद मंजुलिका की आत्मा मुक्त हो जाती है।
अगर हम कहानी की गहराई मे जाए, तो हमें समझ आएगा कि ये कहानी पारिवारिक रिश्तो को दर्शाती है, क्योकि इस कहानी मे ये भी दिखाया गया है, कि माधुरी दीक्षित , विद्या बालन, दोनों अपने भाई से जलती थी। क्योकि वो ये नहीं चाहती थी कि उनका भाई सिंहासन का उत्तराधिकारी बने, इसलिए वो एक ऐसी चाल चलती है, जिससे वो अपने भाई को रास्ते से हमेशा के लिए हटा दें। उसके बाद वो सिंहासन की मालिक बन जाएं।
इस फिल्म मे आज की पीढ़ी को समझाने की कोशिश की गई है, कि, आज के समय मे आप अपनों पर भी भरोसा नहीं कर सकते है। इसके साथ ही कि इंसान को अपने दम पर आगे बढ़ना चाहिए ना कि एक दूसरे से जलना चाहिए ।
उसके साथ ही परिवार में प्रेम होना भी बहुत जरुरी है, तभी सभी लोग अपने परिवार मे एकता को बना कर रखेंगे।