महानगरों में ज्यादातर लोग नाक एव गले की एलर्जी से परेशान होते है जहाँ तक नाक का सवाल है इसमें एलर्जिक राइनेटिक्स नामक बीमारी होती है जिसमे नाक की एलर्जी होती है इसके लक्षण मरीज़ को छींके आना नाक बहना जुकाम रहना और नाक बंद रहना है ऐसा लम्बे वक्त तक होने से अस्थमा की भी समस्या हो सकती है।
इसके अलावा नाक में इंफेक्टिव साइनासाइटिस हो सकता है और साथ में नाक की हड्ड़ी भी बढ़ सकती है इसमें मरीज़ को जुकाम सिरदर्द व नाक बंद रहती है। इस बारे में डॉक्टर अग्रवाल का कहना है कि जहाँ तक नाक की एलर्जी की समस्या है तो इससे बचने के लिए कुछ सावधानी बरतनी बहुत ज़रूरी है जैसे धूल धुआं ठंडा पानी आइसक्रीम कोल्ड ड्रिंक आदि से बचना चाहिये।
जो लोग बाजार में ज्यादा वक्त व्यतीत करते है या फिर दुपहिया वाहनों का इस्तेमाल करते है वो मुँह पर रूमाल रख कर चले। इसके साथ एलर्जी वाली चीज़ो से दूर रहने की कोशिश करनी चाहिए। समस्या बढ़ने पर डॉक्टर से सलाह ले। इसके साथ ही बॉडी में रोग प्रतिरोग क्षमता बढ़ाने के लिये योगा बहुत सहायक है इसलिये योगा को भी नियमित ज़िन्दगी में शामिल किया जा सकता है