आंध्र प्रदेश,16 अगस्त:
अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। इसरो ने अपने तीसरे और अंतिम महत्वपूर्ण उड़ान SSLV-D3 के माध्यम से EOS-08 नामक ‘अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट’ को लॉन्च किया।
आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से इसे प्रक्षेपित किया गया। यह सैटेलाइट धरती की तस्वीरें लेगा और मौसम की जानकारी देगा। SSLV का मतलब है स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल। यह रॉकेट छोटे सैटेलाइट लॉन्च करने के लिए बनाया गया है।
EOS-08 सैटेलाइट में तीन खास उपकरण लगे हैं। पहला, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल इन्फ्रारेड पेलोड। यह दिन और रात दोनों समय धरती की तस्वीरें लेगा। इससे आपदा प्रबंधन, पर्यावरण निगरानी और सुरक्षा में मदद मिलेगी।
दूसरा उपकरण है ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम रिफ्लेक्टोमेट्री पेलोड। यह समुद्र की सतह, मिट्टी की नमी और हिमालय के ग्लेशियरों की जानकारी देगा। यह बाढ़ की चेतावनी देने में भी मदद करेगा।
तीसरा उपकरण है सिलिकॉन कार्बाइड अल्ट्रावॉयलेट डोसीमीटर। यह इसरो के गगनयान मिशन में अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा के लिए UV रेडिएशन की निगरानी करेगा। साथ ही, यह गामा रेडिएशन का पता लगाने में भी मदद करेगा।