रक्तदान या Blood Donate करने से क्यों डरते हैं लोग ?

रक्तदान या Blood Donation जीवनदान की एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे हम किसी व्यक्ति की जान को ही नहीं बचाते बल्कि उस व्यक्ति को जीवनदान  देते हैं।  रक्तदान को महादान भी कहा जाता है।

इसका सबंध मानवता से है जो सभी जाति के लोगो को एक दूसरे से जोड़ता है और किसी तरह का  बैरभाव नहीं करता। एक स्वस्थ व्यक्ति जब अपना रक्तदान करता है तब उस व्यक्ति को  अद्भुत अनुभूति  होती है। इसके बावजूद अधिकांश लोगों में रक्तदान को लेकर एक डर रहता है कि रक्तदान उनके शरीर को कमजोर कर देगा या वह पहले की तरह स्वस्थ नहीं रहेंगे। यही कारण है कि कई मौकों पर लोग सामने नहीं आते और रक्तदान से दूर भागते हैं।

जबकि वास्तविकता कुछ और है। रक्तदान केवल एक पूर्ण रूप से स्वस्थ व्यक्ति ही कर सकता है। अगर कोई व्यक्ति ब्लडप्रेशर, शुगर, एनीमिया या किसी अन्य बीमारी से ग्रसित है, तो उस व्यक्ति को रक्तदान की अनुमति नहीं होती है। इनकी जांच रक्तदान से पूर्व की जाती है, जिससे व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य की जानकारी मिल जाती है।

महिला और पुरूष दोनों ही रक्तदान कर सकते हैं। रक्तदान करने वाले व्यक्ति की आयु 18 से 65 के बीच और उनका वजन 45 किलो से अधिक होना चाहिये। रक्त में हीमोग्लोबीन की मात्रा 12.5 ग्राम से अधिक होना चाहिये। वह किसी बीमारी से पीड़ित न हो और मादक पदार्थों, जैसे शराब आदि का सेवन नहीं करता है।

रक्तदान करना व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिये अच्छा होता है। मानव शरीर में पुराना रक्त बेकार होता रहता है और नया रक्त बनता रहता है। रक्तदान करने वाले व्यक्ति के शरीर पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है, बल्कि वह Heart Attack और मानसिक परेशानियों से बचा रहता है। Blood Donation से व्यक्ति के शरीर का गंदा खून बाहर आता है, और उसका शरीर Healthy और Active रहता है।

रक्तदान विशेषज्ञ डॉक्टर की देख-रेख में और नियत मात्रा में किया जाता है। इसमें 5 से 10 मिनट का समय लगता है। कुछ आराम और जूस आदि लेने के बाद व्यक्ति फिर से उर्जा महसूस करता है।

जहां एक और रक्तदान के प्रति कुछ लोग भयभीत होते हैं, वहीं बहुत से ऐसे भी हैं, जो रक्तदान के लिये हर मौके पर सामने आते हैं। इन्हीं में से एक अरविंद कुमार हैं, जिन्होंने अपने जीवन में अब तक 30 बार से अधिक रक्तदान किया है। वह कहते हैं कि एक बार किये गये रक्तदान से तीन लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है। यह किसी तरह आपके शरीर को प्रभावित नहीं करता है, बल्कि आपको स्वस्थ बनाता है।

यहां देखें- रक्तदान के बारे में अरविंद कुमार ने क्या कहा  https://www.youtube.com/watch?v=FDnq7E7kF20

कई गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों और सर्जरी वाले लोगों को रक्त की बेहद जरूरत होती है, अगर हर व्यक्ति रक्तदान के लिये आगे आये तो मिलकर एक स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सकता है। रक्तदान से हमारे शरीर में कमज़ोरी आ जाएगी और इसी डर को लोगों के अंदर से निकालने की जरूरत है।