भारत में सूचना क्रांति के जनक माने जाते हैं राजीव गांधी

चिन्मय दत्ता, चाईबासा, झारखंड  ।
राजीव गाँधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को मुंबई में फिरोज गाँधी के घर हुआ था। इनकी मां इंदिरा गाँधी अपने पिता जवाहर लाल नेहरू के घर रहने लगी और राजीव यहीं बड़े हुए। इस प्रकार इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा देहरादून के प्रतिष्ठित दून स्कूल से पूरी की जहाँ अमिताभ बच्चन से इनकी मित्रता हुई।
उच्च शिक्षा के लिए कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में पढ़ने के दौरान इनकी मुलाकात एंटोनिया मैनो से हुई और दोनों ने 1969 में शादी कर ली इसके बाद एंटोनिया मैनो का नाम परिवर्तित होकर सोनिया गाँधी हो गया।
अक्टूबर 1984 में इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद राजीव गांधी भारत के प्रधानमंत्री बने फिर इन्होंने नई शिक्षा नीति की घोषणा की और देश के औद्योगिक विकास के लिए तरह-तरह के आयोग गठित किए।  इन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी को नई गति और दिशा देने के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए, जिसके फलस्वरूप देश में पहली बार ‘टेक्नोलॉजी मिशन’ एक संस्थागत प्रणाली के रूप में अस्तित्व में आया।
राजीव गाँधी भारत के सूचना क्रांति के जनक माने जाते हैं क्योंकि देश के कम्प्यूटराइजेशन और टेलीकम्युनिकेशन क्रांति का श्रेय इन्हें जाता है। मतदाता की उम्र 21 वर्ष से काम करके 18 वर्ष तक के युवाओं को वोट देने का अधिकार राजीव गाधी ने दिलवाया।
चुनावों का प्रचार करते हुए 20 मई 1991 को लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम नामक आतंकवादी संगठन के आतंकवादियों ने बम विस्फ़ोट में इनकी हत्या कर दी।
राजीव गाँधी की जयंती पर पाठक मंच के कार्यक्रम इन्द्रधनुष की 792वीं कड़ी में मंच की सचिव शिवानी दत्ता की अध्यक्षता में यह जानकारी दी गई।
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