चिन्मय दत्ता, टाटा कॉलेज, चाईबासा
आज 9 मई को 2022 को टाटा कॉलेज चाईबासा में बांग्ला विभाग की और से बहुमुखी प्रतिभा के धनी कविवर रवीन्द्रनाथ टैगोर की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य डॉ. एस. के. गोराई ने रवीन्द्रनाथ टैगोर की जीवनी और बांग्ला साहित्य की महत्ता पर प्रकाश डाला।
उन्होने यह भी बताया कि रवीन्द्रनाथ टैगोर को भारत का राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ और बांग्लादेश का राष्ट्रगान ‘आमार सोनार बांग्ला’ दो देशों के राष्ट्रगान लिखने का गौरव प्राप्त है। उनके अनमोल विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करने के लिए प्राचार्य विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
इस महत्वपूर्ण दिवस पर हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ किशोर साहु ने टैगोर की साहित्यिक उपलब्धियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि टैगोर कवि के साथ-साथ लेखक, नाटककार ,संगीतकार, दार्शनिक, समाज सुधारक और चित्रकार भी थे। उन्होंने यह भी बताया कि 1915 में मिली ‘नाइट हुड’ (सर) की उपाधि को टेगोर ने जालियांवाला बाग हत्याकांड के विरोध में लौटा दी थी।
डॉ. किशोर साहु ने विद्यार्थियों को बांग्ला साहित्य का अध्ययन करने के साथ टैगोर की सादगी एवं सरलता को अपने जीवन में आत्मसात करने की बात कही। इस कार्यकम में बांग्ला विभाग के प्रो तिलोक मंडल और देवांशु चटर्जी ने रवीन्द्र संगीत से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।