नई दिल्ली
कॉलेज के साल बहुत ख़ास होते है, क्योंकि तब छात्र-छात्राओं पर उतनी जिम्मेदारी नहीं होती। जब हम स्कूल में होते है, तब हमारे जीवन को हमारे माता-पिता नियंत्रित करते है । लेकिन जब हम नौकरी पेशे में जाते है, तो हमें अलग तरह की जिम्मेदारी उठानी होती है ।
यह बात 4 मई बुधवार को दिल्ली के मोतीलाल नेहरू कॉलेज के 56वें वार्षिक दिवस पर आयोजित उत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कालकाजी की विधायक आतिशी ने छात्र-छात्राओं को सलाह देते हुए कही। आतिशी ने छात्रों को अपने जिंदगी के निर्णय स्वयं सोच-समझ कर लेने की सलाह दी ।
उन्होंने बताया कि अगर हम ऐसा नही करते है, तब जब हम किसी मुश्किल दौर से गुजरते है तो अक्सर देखा जाता है कि हम दूसरें लोगों को उसके लिए जिम्मेदार ठहराने लगते हैं।
विधायक आतिशी ने छात्रों से कहा कि वे जो भी करियर का चयन करें, उसमें अपनी रुचि का हमेशा ध्यान रखें। सिर्फ पैसे कमाने के मक़सद से करियर का चयन ना करें । वही करियर चुनें जिसमें आपकी रुचि हो। साथ ही, उन्होनें छात्रों से कहा कि वे इसलिए किसी करियर को ना चुनें, क्योंकि उन्हें सिर्फ पैसे कमाने है।
आप वो काम चुनें जिसमें आपकी रुचि हो और जिससे आपको संतुष्टि हो । आप जीवन में जितने भी सफल हो, कभी अपने देश, समाज एवं अपने माता-पिता को ना भूलें, क्योंकि यही आपको इसके काबिल बनाता है कि आप अपने फैसले ले सकें और अच्छी नौकरियों के विकल्प पा सकें और जीवन में सफल हो सकें ।
मोतीलाल नेहरू कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठीत कॉलेजों में से एक है । 1964 में बना यह कॉलेज में दिल्ली यूनिवर्सिटी के साउथ कैंपस में स्थित है, जंहा पर छात्र-छात्राओं के लिए विभन्न विषयों में ग्रेजुएशन एवं पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर पर कोर्स उपलब्ध है ।