चिन्मय दत्ता, चाईबासा।
तम्बाकू का सेवन कितना खतरनाक है, इसकी जानकारी चाईबासा के अनुसूचित जनजाति बालिका उच्च विद्यालय में दी गई। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता जस्टिन अनूप बागे ने तम्बाकू से होने होने वाली बीमारी नुकसान एवं दुष्परिणामों के बारे बताते हुए विद्यार्थियों को जागरूक किया।
उन्होंने बताया कि तम्बाकू सेवन से मुँह एवं फेफड़े में कैंसर की बीमारी होती है। उन्होंने कहा कि जागरूकता एवं कोटपा के नियमों का पालन कर तम्बाकू पर नियंत्रण किया जा सकता है।
साथ ही उन्होंने सदर हॉस्पिटल के डेंटल ओपीडी में चल रहे तम्बाकू निवारण केंद्र के बारे में भी जानकारी दी। साथ ही बताया कि जो लोग तम्बाकू से छुटकारा पाना चाहते हैं वे दूरभाष टोल फ्री नो . 1800-11-2356 से भी संपर्क कर इलाज पा सकते हैं । इसके आलावा बच्चों को कोटपा अधिनियम 2003 के बारे भी विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि कोटपा अधिनियम की धारा -4 के तहत सार्वजनिक स्थानों में धूम्रपान प्रतिबंधित है । इसका कोई उल्लंघन करता है तो उसे 200 रुपया तक का जुर्माना किया जा सकता है। सभी शिक्षण संस्थानों के 100 गज की दूरी तक तम्बाकू उत्पाद की बिक्री पर प्रतिबन्ध है। इस दौरान बच्चों को टीबी के लक्षणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।