सुकांति साहू, रांची।
झारखंड राज्य में गरीब परिवार से आने वाले बच्चों को समेकित शिक्षा का अवसर मिल सके, इसे लेकर हर जिले में तीन स्कूल शुरू करने की दिशा में सरकार तेजी से कार्य कर रही है। ऐसे स्कूलों में जिला स्कूल, कन्या उच्च विद्यालय और कस्तूरबा स्कूल शामिल हैं। स्कूल भवन तैयार होने के बाद बच्चों के लिए निजी स्कूल की तर्ज पर पठन-पाठन के संसाधनों से पूर्ण करने की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके बाद राज्य सरकार प्रखंड स्तर पर बनने वाले 325 मॉडल स्कूल का निर्माण कार्य शुरू करेगी, ताकि शिक्षा के विभिन्न मानकों तथा उत्कृष्ट आधारभूत संरचना के साथ आने वाले वर्षों में इन स्कूलों को विकसित किया जा सके। राज्य के 24 जिले में बन रहा जिलास्तरीय मॉडल स्कूल का निर्माण दिसंबर 2022 तक पूर्ण कर लिया जायेगा।
जुलाई से अक्टूबर तक क्रमवार तरीके से इसका पूर्ण निर्माण होगा
राज्य सरकार 13 जिले में कम से कम दो मॉडल स्कूलों के भवन का निर्माण पूर्ण कराने की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। इसमें से कई आकांक्षी जिला हैं, जहां स्कूल का निर्माण किया जा रहा है। जुलाई 2022 तक आदर्श हाई स्कूल खूंटी, केजीवीके गुमला, एसएस गर्ल्स स्कूल सिमडेगा, राज्यकीय कस्तूरबा गर्ल्स स्कूल लोहरदगा, गर्ल्स हाई स्कूल जामताड़ा, मॉडल स्कूल दुमका, केजीवीके दुमका, प्लस टू गर्ल्स हाई स्कूल दुमका, मॉडल स्कूल लातेहार, जिला स्कूल चाईबासा, मॉडल स्कूल टाटानगर, स्कॉट हाई स्कूल चाईबासा, केजीवीके गर्ल्स स्कूल सरायकेला का निर्माण पूर्ण होगा। वहीं अगस्त 2022 में विभिन्न जिलों में 22 स्कूल, सितम्बर 2022 में 26 स्कूल, अक्टूबर में 14 स्कूल एवं नवंबर में तीन स्कूल के भवन का निर्माण पूर्ण कर लिया जायेगा। भवन निर्माण कार्य के बाद स्मार्ट क्लास, डिजिटल लईब्रेरी, स्टेम लैब समेत पठन-पाठन के अत्याधुनिक संसाधन से स्कूल सम्पन्न होंगे।