मीमांसा डेस्क।
पूरे विश्व में लोग बड़ी सख्या में डायबिटीज़ यानि मधुमेह की बीमारी से पीड़ित हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि ये अपने आपमें गंभीर बीमारियों का जन्मदाता है। इसलिये जरूरी है कि इससे जुड़ी सावधानियों पर ग़ौर किया जाए। आज की जीवनशैली इस बीमारी की सबसे बड़ी वजह बनती जा रही है। इस भागती दौडती जिंदगी में कुछ बड़ा करने व अपनी अलग पहचान बनाने के लिये लोग अपनी दिनचर्या पर बिल्कुल ध्यान नहीं देते। काम पर जाने की जल्दी में सुबह का नाश्ता भूल जाते हैं , दिन में भारी खाना खाते हैं और फिर काम पर लग जाते हैं। देर रात तक जागना और सुबह देर तक सोने जैसे गलत नियम लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर छोड़ते हैं। फिर रोज की इस आपाधापी में व्यायाम व योग के लिये वक्त ही नहीं बचता। ऐसे में अच्छे स्वास्थ्य की कल्पना बेमानी ही है। इस बारे में विशेषज्ञ का कहना है कि उच्च रक्तचाप की तरह मधुमेह भी धीरे – धीरे शरीर को नुकसान पहुँचाता चला जाता है। इसलिये ब्लड में शुगर की मात्रा की नियमित जाँच कराकर उचित इलाज कराते रहना चाहिये। यही नहीं , एक स्वस्थ व्यक्ति को भी कम से कम तीन साल में एक बार ब्लड शुगर की जाँच जरूर करानी चाहिये।
विशेषज्ञ के अनुसार , मधुमेह से बचने के लिये नियमित दिनचर्या का पालन करें। जितना संभव हो सके खूब सारी मौसमी सब्जियाँ और फल खाएँ। कम शारीरिक श्रम में हल्के खाने की जरूरत है। इसके साथ ही रोज कम से कम 6 से 8 घंटे की नींद लेना जरूरी है। नियमित रूप से व्यायाम अच्छे स्वास्थ्य में मदद करता है। जितना हो सके पैदल चलने की कोशिश करें और खूब पानी पिए।
दरअसल मधुमेह पर वक्त रहते नियंत्रण में नहीं रखा गया तो यह व्यक्ति के फेफड़ो , गुर्दो , दिल आदि को नुकसान पहुँचा सकता है। कई बार ब्लड शुगर के अधिक बढ़ जाने पर दिल का दौरा भी पड़ सकता है। कई बार ऐसा भी देखा गया है कि ब्लड शुगर काबू में न रहने पर व्यक्ति के किसी अंग पर घाव गंभीर परिस्थिति उत्पन्न कर देता है। मधुमेह की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को एक छोटे से घाव के लिये भी विशेष सावधानी की जरूरत होती है , जिससे सक्रमंण से बचा जा सके। मधुमेह पीड़ित अपनी त्वचा सूखी न रखें।
विशेषज्ञ के अनुसार स्वस्थ रहने के लिये सुबह का नाश्ता बेहद जरूरी है। इनके अनुसार सुबह का नाश्ता नहीं करने से चेहरे पर उम्र का प्रभाव जल्दी नज़र आने लगता है। पाचन क्रिया अंसतुलित हो जाती है, जिससे कई बीमारियाँ जन्म लेने लगती हैं। स्वास्थ्यवर्धक नाश्ता नहीं करने से शरीर में आलस्य अपनी खास जगह बनाने लगता है। स्वस्थ नाश्ता मतलब उसमें सही मात्रा में वसायुक्त पदार्थो का होना बहुत जरूरी है। इसके लिये दूध से बने पदार्थो का उचित मात्रा में इस्तेमाल अच्छा रहता है।
मधुमेह से बचाव के कुछ उपाय ;
1 वजन नियंत्रण
वजन नियंत्रण यानी अपने शरीर को संतुलित रखना। मधुमेह जैसी बीमारी में अपने वजन को नियंत्रण में रखना बहुत जरूरी है क्योंकि यह ज्यादातर मोटापे की वजह से ही होती है।
2 व्यायाम
उचित व्यायाम अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। अध्ययन बताते हैं कि रोज व्यायाम करने से हमारा मैटाबोलिज़्म भी अच्छा रहता है जो कि मधुमेह के खतरे को भी कम करता है।
3 ट्रांस फैट से बचें
ट्रांस फैट शरीर में प्रोटीन को ग्रहण करने की क्षमता को कम करता है। जिसकी वजह से शरीर में इन्सुलिन की कमी हो जाती है और हमारे शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है।
4 फाइबर
फाइबर युक्त आहार ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। अवशोषित फाइबर ब्लड में शुगर की अधिक मात्रा को ग्रहण कर लेता है और इन्सुलिन को नॉर्मल करके मधुमेह को निंयत्रित करता है।
5 स्मोकिंग ना करें
लम्बे समय तक स्मोकिंग करने से ह्रदय रोग और हार्मोन प्रभावित होने शुरू हो जाते है। स्मोकिंग की आदत छोड़ देने से आपका स्वास्थ्य तो अच्छा रहेगा ही साथ ही डायबिटिज भी कंट्रोल रहेगी।
6 छोटे छोटे अन्तराल में भोजन लें
अध्ययन बताते हैं कि थोडे – थोड़े अन्तराल में भोजन करने से पोषक तत्त्व ज्यादा ग्रहण होते हैं। फैट शरीर में कम जमा होता है। जिससे इन्सुलिन नार्मल हो जाती है।
7 दालचीनी पाउडर
खाने को स्वादिष्ट बनाने के अलावा दालचीनी पाउडर आपका ब्लड शुगर भी कंट्रोल करता है।