कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में 8 वर्षों बाद दिखेगी बिहार की झांकी

पटना, 14 जनवरी

आज पटना स्थित सूचना भवन के संवाद कक्ष में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर 26 जनवरी को आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह-2025 में आठ वर्षों के बाद बिहार की झांकी दिखेगी। बिहार की झांकी में समृद्ध ज्ञान और शांति की परंपरा को प्रदर्शित किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि ‘स्वर्णिम भारत: विरासत एवं विकास’ थीम पर आधारित गणतंत्र दिवस समारोह में बिहार सरकार की झांकी के प्रदर्शन के लिए भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय की ओऱ से इसे चयनित किया गया है।

सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी ने बताया कि बिहार प्राचीन काल से ही ज्ञान, मोक्ष और शांति की भूमि रही है। झांकी में शांति का संदेश देते भगवान बुद्ध को प्रदर्शित किया जाएगा।

उन्होंने आगे बताया कि झांकी में प्रदर्शित होने वाले वाले भगवान बुद्ध की यह अलौकिक मूर्ति राजगीर स्थित घोड़ा कटोरा जलाशय में अवस्थित है, जहां प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में सैलानी आते हैं। वर्ष 2018 में स्थापित एक ही पत्थर से बनी 70 फीट की भगवान बुद्ध की इस अलौकिक और भव्य मूर्ति के साथ घोड़ा कटोरा झील का विकास इको टूरिज्म के क्षेत्र में बिहार सरकार का अनूठा प्रयास है।

इसके साथ ही झांकी में प्राचीन नालन्दा महाविहार (विश्वविद्यालय) के भग्नावशेषों को भी दर्शाया जाएगा, जो इस बात के साक्षी हैं कि चीन, जापान और मध्य एशिया के सुदूरवर्ती देशों से छात्र यहां ज्ञान की प्राप्ति के लिए आते थे। नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष प्राचीन भारत की ज्ञान परंपरा के प्रतीक हैं। इन भग्नावशेषों का संरक्षण और संवर्द्धन भारतीय सांस्कृति की धरोहर को संजोने के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है।