आखिर वर्षों से भटक रहे बुजुर्ग को पत्नी के इलाज के लिये मिल ही गई सरकारी मदद।

चिन्मय दत्ता, रांची।

पारंपरिक मीडिया के समानांतर चलने वाली सोशल मीडिया भी कई बार ऐसे मुद्दों को समाज के सामने लाने में सक्षम सिद्ध हो रही है, जो आम नजरों से दूर होते हैं। फलस्वरूप, सरकारें भी अपनी जन कल्याणकारी योजनाओं के लिये सोशल मीडिया जैसे मंचों पर अपनी नजर रखती हैं। इसी का परिणाम है कि वर्षों से भटक रहे बुजुर्ग को पत्नी के इलाज के लिये सरकारी मदद मिल गई।

यह घटना झारखंड की है, जहां बोकारो जिला के चास प्रखण्ड के तारानगर के रहने वाले बुजुर्ग शिवनाथ पिछले कई वर्षों से अपनी पत्नी के टूटे पैर का इलाज कराने के लिये दर-दर भटक रहे थे। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने हर किसी के दरवाजे पर दस्तक दी लेकिन हर जगह से मदद के आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला।

पत्नी के इलाज में असमर्थ बुजुर्ग शिवनाथ ने उन्हें एक रिक्शा पर लादकर दर-दर भीख मांगना शुरू कर दिया और अपनी पत्नी की इलाज के लिए मदद मांगने लगे।

इसके लिये उन्होंने रिक्शा पर एक बोर्ड लगाया, जिस पर लिखा था, “सहयोग करें। बेटा, बेटी, घर कुछ भी नहीं है। मेरी पत्नी का पैर टूट गया है। आप सभी भाई-बहनों से अनुरोध है कि मेरी पत्नी के इलाज में मदद करें।”

सोशल मीडिया यूजर की गुहार पर मुख्यमंत्री ने बुजुर्ग की मदद के लिये दिया निर्देश

 6 दिसंबर को एक सोशल मीडिया यूजर ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ट्विटर हैंडल को टैग करते हुए बुजुर्ग शिवनाथ की मदद के लिये गुजारिश की। इस पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने बोकारों के उपायुक्त को शिवनाथ की पत्नी का इलाज पूरी व्यवस्था करते हुए सरकारी योजनाओं से संबंधित उचित लाभ दिलवाने का निर्देश दिया।

इस निर्देश के बाद बोकारो उपायुक्त ने बुजुर्ग का पता निकलवाया एवं तुरंत ही उनकी पत्नी के इलाज की व्यवस्था की गई।

इस तरह सोशल मीडिया के जरिये एक और मदद पहुंचाई गई। गौरतलब है कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य में अपनी सरकार गठन के बाद अपने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए भी आमजनों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं।

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