प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर कसौटी पर कसने के बाद देश की जनता ने हमें जनादेश दिया है। उन्होंने कहा कि जनता ने हमारे दस सालों के ट्रैक रिकार्ड देखा है। दस साल में पच्चीस करोड़ गरीब गरीबी से बाहर निकले हैं।
देश की आजादी के कालखंड में इतने कम समय में इतने लोगों को गरीबी को बाहर निकालने का ये सफल प्रयास इस चुनाव में हमारे लिए आर्शीवाद का कारण बना है।
गौरतलब है कि संसद सत्र के 7वें दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा जारी है। आज प्रधानमंत्री मोदी धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे है। अपने जवाब में प्रधानमंत्री ने सबसे पहले राष्ट्रपति का आभार जताया।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जी ने हम सबका और देश का मार्गदर्शन किया है। पीएम मोदी ने कहा कि देश ने एक सफल चुनाव अभियान को पार करते हुए विश्व को दिखा दिया है, ये दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव अभियान था। देश की जनता ने दुनिया के सबसे बड़े चुनाव अभियान में हमें चुना है।
उन्होंने विपक्ष पर भी तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग लगातार झूठ बोलते है इसके बावजूद उनकी घोर पराजय हुई है। प्रधानमंत्री ने हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों को लोकतंत्र के लिए गौरवपूर्ण घटना बताया।
अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने करप्शन के प्रति जीरो टॉलरेंस की भी बात कही। उन्होंने कहा कि देश के आम लोग जो करप्शन से पीड़ित है। करप्शन ने देश को खोखला कर दिया है। ऐसे में हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति को देखते हुए देश ने हमें आर्शीवाद दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया भर में भारत की साख बढ़ी है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा एकमात्र लक्ष्य नेशन फर्स्ट है, भारत सर्वप्रथम है। देश ने पहली बार सेक्युलरिज्म का जो हमने प्रयास किया, तुष्टिकरण नहीं संतुष्टिकरण के विचार को लेकर को हम चले हैं।
सेचुरेशन सच्चे अर्थ में सामाजिक न्याय होता है, सच्चे अर्थ में सेक्युलरिज्म होता है। इसलिए देश की जनता ने हमे तीसरी बार बिठा करके मोहर लगा दी है। हमने जस्टिस टू ऑल के सिद्धांत पर कार्य किया है। अपने जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की जनता ने हमारी नीति को देखा, हमारी नियत, हमारी निष्टा पर देश के जनता ने भरोसा किया है।
इस चुनाव में हम जनता के बीच एक बड़े संकल्प के साथ आर्शीवाद मांगने गए थे। हमने आशीर्वाद मांगा था विकसित भारत के हमारे संकल्प के लिए। एक प्रतिबद्धता के साथ, एक शुभनिष्टा के साथ जनता के बीच गए थे। जनता ने विकसित भारत के संकल्प को चार चांद लगा कर हमें सेवा करने का मौका दिया है।