आर.के.राय
पत्रकार।
पटना,15 जून 2024 (एजेंसी)। बिहार में वित्त रहित महाविद्यालयों को वर्ष 2017 से अनुदान नहीं मिलने से इसमें कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचरियों के समक्ष भूखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
राज्य में विभिन्न विश्वविद्यालयों के अधीन 225 के लगभग ऐसे डिग्री महाविद्यालय हैं, जिन्हें वर्ष 2017 से अनुदान नहीं दिया गया है। अनुदान नहीं मिलने के कारण महाविद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
सूत्रों की माने तो बिहार के लगभग ऐसे सभी कालेजों के मालिक या संस्थापक सत्ता एवं विपक्ष के नेता हैं, जिसकी मनमानी की वज़ह से इसमें काम करने वालों का हाल खराब है। विश्वविद्यालय प्रशासन ऐसे महाविद्यालय के विरुद्ध कोई कार्रवाई करने से बचने की कोशिश करता है।
बिहार की नीतीश सरकार भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए है ,जबकि रेगुलर महाविद्यालय से ज्यादा इसमें पढ़ाई होती है।इसके बावजूद वर्ष 2017 से आजतक अनुदान राशि का भुगतान नहीं किया गया है।एल एस।