नई दिल्ली,
इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीमा शुल्क अधिकारियों ने नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ उल्लेखनीय सफलता पाई है। अधिकारियों ने एक व्यक्ति के पेट में विशेष रूप से डिजाइन किए गए कोकीन युक्त कैप्सूल के होने का एक और मामला उजागर किया है।
इससे पहले भी सीमा शुल्क अधिकारियों ने आईजीआईए के टर्मिनल-3 पर युगांडा की एक यात्री की पहचान की थी। शुरूआत में अधिकारियों को यात्री की चाल देखकर लगा कि उसे किसी सहायता की जरूरत है। मदद के लिये जब उन्होंने पूछा तो यात्री ने किसी बात में दिलचस्पी नहीं दिखाई। हालांकि उसकी शारीरिक गतिविधियां सामान्य नहीं दिख रही थी। जिसे देखते हुए अधिकारियों ने उसपर नजर बनाए रखा।
कुछ समय बाद जब यात्री ग्रीन चैनल को पार कर अंतरराष्ट्रीय आगमन हॉल के निकास द्वार के पास जा रही थी, उस समय सीमा शुल्क अधिकारियों ने यात्री को हिरासत में ले लिया। पूछताछ करने पर, आखिरकार यात्री ने इस बात को उजागर किया कि उसने नशीले पदार्थ के 91 कैप्सूल निगल लिए हैं।
यात्री को आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक्स-रे स्कैनिंग से यह पता चला कि उसकी बड़ी आंत सिग्मॉइड आदि अंडाकार कैप्सूलों से भरा हुआ था। विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा सफलतापूर्वक निगले गये 91 कैप्सूल को निकाला गया। इसकी प्रक्रिया कई दिनों चक चली। इसके बाद अस्पताल के अधिकारियों ने इस यात्री को सीमा शुल्क अधिकारियों के हवाले कर दिया।
इन 91 कैप्सूलों से 992 ग्राम सफेद पाउडर निकला। इसके बाद की गई जांच से पता चला कि यह पाउडर कोकीन है।
एनडीपीएस अधिनियम, 1985 के विभिन्न प्रावधानों के उल्लंघन को देखते हुए 29.12.2021 को एनडीपीएस अधिनियम, 1985 की धारा 43 (बी) के तहत यात्री को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में आगे की जांच की प्रक्रिया जारी है।
दरअसल, इस महीने आईजीआई हवाईअड्डे पर कोकीन का पता लगाने की यह दूसरी बड़ी घटना है। इससे पहले 09.12.21 को दुबई से होते हुए लागोस से नई दिल्ली पहुंची एक नाइजीरियाई महिला के पास से 2,838 ग्राम कोकीन जब्त की गई थी।