चिन्मय दत्ता, चाईबासा, झारखंड
मक़बूल फ़िदा हुसैन का जन्म 17 सितम्बर 1915 को महाराष्ट्र स्थित पंढरपुर में हुआ। बचपन से ही इनकी रुचि कला में दिखने लगी, जिसके चलते यह 1935 में बम्बई आकर प्रसिद्ध जे. जे. स्कूल ऑफ आर्ट्स में दाखिल हुए।
अपने करियर के शुरुआती दौर में ये फिल्मों के पोस्टर बनाने लगे और यहीं से इनका रुझान फिल्मों की ओर बढ़ा। 1947 में इनकी पहली प्रदर्शनी ‘सुनहरा संसार’ का प्रदर्शन मुम्बई आर्ट सोसायटी में हुआ। चित्रकारों और कलाकारों के साथ मिलकर 1947 में ‘द प्रोगेसिव आर्टिस्ट ग्रुप ऑफ बॉम्बे’ की स्थापना करने के बाद 1949 में ये इसके सचिव बन गए। इनकी कला-कृतियों की एकल प्रदर्शनी 1952 में स्विट्जरलैंड स्थित ज्यूरिख में लगाए जाने के बाद 1955 में भारत सरकार ने इन्हें पद्मश्री से विभूषित किया इसके बाद 1964 में अमेरिका स्थित न्यू यॉर्क के ‘इंडिया हाउस’ में इनकी कला प्रदर्शनी लगी।
1967 में इन्होंने अपनी पहली फिल्म ‘थ्रू द आईज ऑफ़ अ पेन्टर’ बनाई जिसे फ्रांस के ‘बर्लिन इन्टरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’ में प्रदर्शित किया गया और गोल्डन वेयर शॉर्ट फिल्म का पुरस्कार मिला। इसके बाद भारत सरकार ने इन्हें 1973 में पद्म भूषण और 1991 में पद्म विभूषण से विभूषित किया। इन्होंने 1998 में ‘सिनेमाघर’ नामक संग्रहालय की स्थापना के बाद माधुरी दीक्षित को लेकर वर्ष 2000 में फिल्म ‘गजगामिनी’ बनाई।
2008 में क्रिस्टीज की नीलामी में एम.एफ हुसैन एक चित्रकला बीस लाख अमेरिकी डॉलर में बिकी इसके साथ ही ये सबसे महंगे भारतीय चित्रकार बन गए। 2008 में ही केरल सरकार ने इन्हें प्रतिष्ठित ‘राजा रवि वर्मा पुरस्कार’ से सम्मानित किया और फ़ोर्ब्स पत्रिका ने इन्हें ‘भारत का पिकासो’ घोषित किया।
9 जून 2011 को लन्दन के रॉयल ब्रोम्पटन अस्पताल में इनका प्राणांत हो गया इसके बाद 10 जून 2011 को इन्हें लन्दन के ब्रुकवुड सिमेट्री में दफना दिया गया। जॉर्डन की राजधानी अम्मान स्थित ‘रॉयल इस्लामिक स्ट्रेटेजिक स्टडीज सेन्टर’ ने इन्हें दुनिया के 500 सबसे अधिक प्रभावशाली मुसलमान की सूची में शामिल किया।
मक़बूल फ़िदा हुसैन की जयंती पर पाठक मंच के कार्यक्रम इन्दधनुष की 796वीं कड़ी में मंच की सचिव शिवानी दत्ता की अध्यक्षता में यह जानकारी दी गई। व्यक्तित्व कॉलम में आपको इस बार किस व्यक्तित्व के बारे में जानना है, अपने विचार अवश्य व्यक्त करें हमारे द्वारा उस व्यक्तित्व के बारे में जानकारी देने का पूर्ण प्रयास किया जाएगा। धन्यवाद।