चिन्मय दत्ता, चाईबासा, झारखंड ।
उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित एक एंग्लो-इंडियन परिवार में 30 जुलाई 1969 को यास्मिन जोसेफ का जन्म हुआ था। इनके पिता जोसेफ ब्रिटिश अधिकारी थे और माँ गीता भारतीय अभिनेत्री थी।
यासमीन ने 1985 में प्रदर्शित फिल्म ‘प्यार झुकता नहीं’ से मन्दाकिनी के नाम से भारतीय फिल्मी दुनिया में पदार्पण किया। इसमें मिथुन चक्रवर्ती और पद्मिनी कोल्हापुरे ने मुख्य भूमिकाएं निभाई जिसमें इन्होंने सहायक भूमिका निभाई।
राज कपूर द्वारा निर्देशित 1985 की ‘राम तेरी गंगा मैली’ में इन्हें व्यापक पहचान और सफलता मिली जो एक बड़ी व्यवसायिक सफलता थी और इसे भारतीय सिनेमा का एक क्लासिक माना जाता है। इस फिल्म में नायिका की बेहतरीन भूमिका के लिए मन्दाकिनी, सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार से विभूषित हुई।
‘राम तेरी गंगा मैली’ की सफलता के पश्चात 1987 की फिल्में ‘डांस डांस’, ‘प्यार करके देखो’, ‘लोहा’ और ‘जीते हैं शान से’ में अभिनय के बाद 1988 की तेज़ाब में इन्होंने भूमिका निभाई। इसके बाद इन्होंने 1990 में बौद्ध भिक्षु डॉक्टर कग्युर रनपोछे ठाकुर से विवाह कर लिया जो एक आध्यात्मिक बौद्ध शिक्षक और चिकित्सक हैं। डॉक्टर कग्युर रनपोछे ठाकुर ने बौद्ध धर्म और ध्यान पर कई पुस्तके लिखी हैं।
मंदाकिनी के जन्म दिवस पर पाठक मंच के कार्यक्रम इन्द्रधनुष की 789वीं कड़ी में मंच की सचिव शिवानी दत्ता की अध्यक्षता में यह जानकारी दी गई। व्यक्तित्व कॉलम में आपको इस बार किस व्यक्तित्व के बारे में जानना है, अपने विचार अवश्य व्यक्त करें हमारे द्वारा उस व्यक्तित्व के बारे में जानकारी देने का पूर्ण प्रयास किया जाएगा। धन्यवाद।