सुकांति साहू, पूर्वी सिंहभूम, झारखंड।
पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर में बोड़ाम प्रखंड के रसिकनगर पंचायत के अन्तर्गत बड़ा सुसनी गांव की रहने वाली अष्टमी महतो अपने क्षेत्र में प्रगतिशील कृषक के रूप में पहचान रखती हैं। अष्टमी महतो बहुत ही सुलझी हुई घरेलु महिला होने के साथ-साथ एक सफल कृषक हैं। इसका अहसास उनके खेत में जाने से ही होने लगता है कि अष्टमी महतो आधुनिक तरीके की खेती से परिचित हैं। खेती-बाड़ी के इस तकनीक के अपनाने एवं उन्हें प्रोत्साहित करने में आत्मा पूर्वी सिंहभूम का अहम योगदान है।
अष्टमी महतो पिछले कई वर्षों से श्रीविधि से धान की खेती कर रही हैं । इसके साथ-साथ वह सब्जी जैसे लौकी, टमाटर, मटर, मूली, पालक, लालभाजी आदि की खेती बहुत पैमाने पर करती हैं। वर्षों पहले उनके दादाजी के समय में एक तालाब की खुदाई की गयी थी उसी का जीर्णोद्धार कर सिंचाई के लिये पानी की व्यवस्था की है ।
वर्ष 2016 में आत्मा के कर्मी ने 35,000/- रू. का KCC लोन उनके पति के नाम से बैंक से स्वीकृत कराने में उनका सहयोग किया । पिछले 8 वर्षो से अष्टमी महतो किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लोन लेकर सब्जी उत्पादन के साथ-साथ मछली पालन कर मुनाफा कमा रही है और समय पर ऋण चुकता करती जा रही है ।
आत्मा के द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना के तहत 50 प्रतिशत अनुदान पर पंपसेट मुहैया कराया गया है । कृषि विभाग से लगातार जुड़ाव होने के कारण अष्टमी महतो को जरेडा संस्थान के माध्यम से अनुदान पर कुसुम योजना के तहत सोलर पम्प दिलवाया गया है। सिंचाई की सुविधा सुलभ होने से सालों भर सब्जियों की खेती कर अष्टमी महतो सालाना एक लाख से अधिक कमा रही हैं, जो हर उस व्यक्ति के लिये प्रेरणा हैं, जो कृषि के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने की चाह रखते हैं।