नई दिल्ली।
28 मई रविवार को दिल्ली के कई वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हुए। इसके साथ ही पांर्टी ने वरिष्ठ भाजपा नेता और दिल्ली के पूर्व विधायक कर्नल देविंदर सहरावत को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया। कर्नल देविंदर सहरावत अपने समर्थकों के साथ पार्टी में शामिल हुए। इस दौरान राजधानी में होने वाले नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक के लिये दिल्ली आये महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे भी मौजूद रहे।
कर्नल सहरावत और अन्य नेताओं का पार्टी में स्वागत करते हुए शिंदे ने कहा कि पार्टी मानवता और समावेशी विकास पर ध्यान देने के साथ राष्ट्रीय राजधानी में अपनी मजबूत पहुंच बनाने के लिये जमीनी स्तर के नेताओं के अनुभव का लाभ उठाएगी। इस अवसर पर दिल्ली के अन्य नेता, मदन रुक्कड़, महंत सूरज गिरी, रवि ओसवाल (सफाई कर्मचारी यूनियन) और दिल्ली ऑटो रिक्शा यूनियन के अध्यक्ष राजेंद्र सोनी भी शिवसेना में शामिल हुए।
शिवसेना के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंदराव अडसुल ने कहा कि दिल्ली इकाई के गठन के साथ ही राजधानी दिल्ली शिवसेना की औपचारिक इकाई रखने वाला 20वां राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि हमें याद रखना चाहिए कि 1984 के दुर्भाग्यपूर्ण दंगों के दौरान बाबा साहब ने ही मुंबई और महाराष्ट्र में सिखों को बचाया था। दिल्ली में भी पार्टी केवल सिखों और मुसलमानों का ही नहीं बल्कि सभी का ख्याल रखेगी। राज्य और राष्ट्र की सेवा करने के लिए पार्टी में सभी का स्वागत है।
इस मौके पर शिवसेना के वरिष्ठ पदाधिकारी अंशुमन जोशी ने कहा कि पार्टी दिल्ली में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी। दिल्ली की समस्याओं को धरती का लाल ही समझ सकता है। लोगों के बिजली-पानी के बढ़े हुए बिल आ रहे हैं, इसलिए मुफ्त पानी-बिजली का वादा पूरा नहीं किया। शिवसेना हर इलाके में अच्छी तरह से सुसज्जित अस्पताल और स्कूल बनाएगी। दिल्ली की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा।