भारतीय शास्त्रीय लोक नृत्यांगना है किशोरी शहाणे

चिन्मय दत्ता, चाईबासा, झारखंड
भारत और विदेशों में मंच पर प्रदर्शन करने वाली किशोरी शहाणे भारतीय शास्त्रीय और लोक नृत्यांगना हैं, जो हिंदी और मराठी फिल्मों के अलावा टेलीविजन में कार्यरत हैं। इन्होंने  30 अप्रैल 1968 को महाराष्ट्र स्थित मुंबई में किशोरी शहाणे का जन्म हुआ। जब यह ग्यारहवीं कक्षा में थी तब इन्हें मराठी फिल्म ‘प्रेम करुया खुल्लम खुल्ला’ में भूमिका मिली। मुंबई के सांस्कृतिक केंद्र के रूप में चर्चित मीठाबाई कॉलेज  में मिस मीठाबाई का खिताब अपने नाम करने के बाद मराठी नाटक ‘मोरुची मौसी’ और हिंदी नाटक ‘आधे अधूरे’ में मंच प्रदर्शन ने इन्हें एक अभिनेत्री के रूप में पहचान दिलाई। हिंदी फिल्म निर्माता दीपक बलराज विज ने इनकी प्रतिभा पर ध्यान दिया।

उन्होंने इनके साथ ‘हफ्ता बंद’ और ‘बम ब्लास्ट’ जैसी फिल्में की और फिर दोनों विवाह के बंधन में बंध गए।
यह ‘घर एक मंदिर’, ‘जस्सी जैसी कोई नहीं’ और ‘सिंदूर’ जैसे धारावाहिकों में अपने प्रदर्शन से लोकप्रिय होने के बाद ‘सिंदूर तेरे नाम का’, ‘कभी तो नज़र मिलाओ’, ‘ऐसा करो ना विदा’, यहाँ मैं घर घर खेली’, ‘सुंदर मज़ा घर’, ‘जादूबाई जोरत’ जैसे धारावाहिकों में भूमिकाएं निभाने के अतिरिक्त फिल्म निर्माता और निर्देशक के रूप में इनकी मराठी फिल्म ‘मोहत्याची रेणुका’ ने सर्वश्रेष्ठ संपादन के लिए 2007 में महाराष्ट्र राज्य पुरस्कार से विभूषित हुई।
किशोरी शहाणे के जन्म दिवस पर पाठक मंच के कार्यक्रम इन्द्रधनुष की 775वीं कड़ी में मंच की सचिव शिवानी दत्ता की अध्यक्षता में यह जानकारी दी गई।
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