सारिका झा, नई दिल्ली।
अगले 25 वर्षों में भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से 76वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का आह्वान एक ऐसी आकांक्षा है जो प्रत्येक भारतीय में इस उद्येश्य को प्राप्त करने के लिये नए सिरे से विश्वास जगाएगी।
उद्योग समूह एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा, “जब प्रधानमंत्री राष्ट्र को आह्वान करते हैं कि भारत के लिए एक विकसित राष्ट्र का दर्जा हासिल करने से कम कुछ भी पर्याप्त नहीं होगा, तो यह हम सभी के लिए एक बड़ी प्रेरणा है। उन्होंने” जैसा कि प्रधानमंत्री ने जोरदार ढंग से दोहराया है, देश अक्षय ऊर्जा सहित अधिकांश महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रतिबद्ध है।
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एसोचैम के महासचिव ने कहा, ”प्रधानमंत्री का भारत के निजी क्षेत्र को विश्व बाजार में जाने और उसमें छा जाने के आह्वान को एमएसएमई और स्टार्टअप सहित भारतीय उद्यमियों द्वारा पूरी तरह से सम्मानित किया जाएगा।’ सूद ने कहा, ”यह हम पर निर्भर है कि भारतीय उद्योग, प्रधानमंत्री के इस आह्वान पर खरे उतरें। भारत वैश्विक बाजार की जरूरतों को पूरा करने में पीछे नहीं रहेगा।
एसोचैम ने कहा कि अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में प्रधान मंत्री ने सभी सरकारों – केंद्र, राज्यों और स्थानीय निकायों को एक आकांक्षी समाज की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए याद दिलाया है। “यह दिखाता है कि देश के अगले 25 वर्षों के अमृत काल में प्रवेश करते ही प्रधान मंत्री ने सभी स्तरों पर खुद सरकारों के लिए चुनौतीपूर्ण कार्य कैसे निर्धारित किए हैं।” उन्होंने कहा कि रोडमैप एक विकसित राष्ट्र का दर्जा प्राप्त करने के लिए जन केंद्रित मानदंड होगा।