रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा डिजाइन किये गये बख्तरबंद इंजीनियर टोही वाहन के पहले सेट को भारतीय सेना की इंजीनियर्स कोर में शामिल किया गया। है। यह वाहन पानी की बाधाओं और दलदली स्थानों की टोह लेने में सक्षम है ताकि टोह लेने की क्षमता के साथ इंजीनियरिंग संबंधी कार्यों को अंजाम दिया जा सके और कमांडरों को वास्तविक समय पर अपडेट प्रदान किए जा सकें। दरअसल, यह प्रणाली भारतीय सेना की मौजूदा इंजीनियर टोही क्षमताओं को बढ़ाएगी और भविष्य के संघर्षों में मेकेनाइज्ड ऑपेरशन के लिहाज से एक प्रमुख गेम चेंजर साबित होगी।
स्वदेश में विकसित इस नेक्स्ट जेनरेशन बख्तरबंद इंजीनियर टोही वाहन के पहले सेट को सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे की उपस्थिति में पुणे में आयोजित एक औपचारिक समारोह में 21 दिसंबर 2021 को शामिल किया गया। खास बात यह रही कि पिछले एक वर्ष के कोरोना प्रतिबंधों के बावजूद भारतीय सेना को इस वाहन की आपूर्ति समय पर हो रही है।